- शिक्षा और कौशल विकास श्रेणी के 34 प्रतिभागियों में आईआईएम मुंबई रहा अव्वल
लखनऊ: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) मुंबई ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए लॉजिस्टिक्स सेक्टर श्रेणी में इंस्टीट्यूशन: एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट का लीप्स 2024 (LEAPS-2024) पुरस्कार प्राप्त करने का गौरव हासिल किया है। इस तरह संस्थान ने 34 प्रतिष्ठित प्रतिभागियों में प्रथम स्थान प्राप्त कर लॉजिस्टिक्स शिक्षा और कौशल विकास में अपने नेतृत्व को और मजबूती से प्रस्तुत किया है। यह पुरस्कार केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा प्रोफेसर मनोज कुमार तिवारी को प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि लीप्स 2024 (LEAPS-2024) यानि लॉजिस्टिक्स एक्सीलेंस, एडवांसमेंट एंड परफॉरमेंस शील्ड की यह पहल लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम के भीतर असाधारण योगदान और इनोवेशंस को सम्मान देती है, जिसमें एमएसएमई, स्टार्टअप और प्रमुख सक्षमकर्ता शामिल हैं जो बदलाव करने वाले कार्यों और महत्वपूर्ण प्रभाव का प्रदर्शन करते हैं।
पुरस्कार के साथ, बहुप्रतीक्षित लॉजिस्टिक्स ईज एक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स (LEADS) रिपोर्ट 2024 का भी अनावरण किया जाना है। राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति, 2022 के तहत डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईआईटी) द्वारा किया जाने वाला यह वार्षिक मूल्यांकन पूरे भारत में लॉजिस्टिक्स परफॉर्मेंस को बढ़ाने के लिए एक रणनीतिक रोडमैप प्रदान करता है।
इस घोषणा से बेहद उत्साहित, आईआईएम मुंबई के निदेशक प्रोफेसर मनोज कुमार तिवारी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह सम्मान भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के लिए मैनेजमेंट की शिक्षा और कौशल विकास में उत्कृष्टता लाने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हम भारत सरकार और गवर्निंग बॉडीज के प्रति उनके निरंतर समर्थन और हमारे दृष्टिकोण में विश्वास रखने के लिए बहुत आभारी हैं। जैसे-जैसे लॉजिस्टिक्स भारत की आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण होता जा रहा है, आईआईएम मुंबई भविष्य के लिए तैयार वर्कफोर्स को सशक्त बनाने के लिए डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, स्थिरता और क्षमता निर्माण जैसे उभरते ट्रेंड्स के साथ अपने प्रयासों को संरेखित करने के लिए समर्पित है।"
ऑलकार्गो ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन तथा आईआईएम मुंबई बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष श्री शशि किरण शेट्टी भारत के लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन इंडस्ट्री को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पिछले तीन दशकों में, उन्होंने पुराने बंदरगाहों के बुनियादी ढांचे और वेयरहाउसिंग सिस्टम को आधुनिक, प्रौद्योगिकी-संचालित सल्यूशंस बदले जाने का नेतृत्व किया है, जिससे भारत वैश्विक व्यापार में एक प्रतिस्पर्धी देश बन गया है।
जब से श्री शशि किरण शेट्टी ने आईआईएम मुंबई बोर्ड के अध्यक्ष की भूमिका संभाली है, तब से संस्थान ने लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन मैनेजमेंट में इनोवेशन के ड्राइवर्स के रूप में शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने में बहुत अधिक गति प्राप्त की है, क्योंकि वे संस्थानों को आधुनिक, तकनीक-सक्षम प्रथाओं, प्रतिभा को बढ़ावा देने और इंडस्ट्री कोलैबरेशन के केंद्र के रूप में हैं। श्री शशि किरण शेट्टी के इस दृष्टिकोण का उद्देश्य टिकाऊ और कुशल समाधानों को आगे बढ़ाते हुए ग्लोबल लॉजिस्टिक्स हब के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना है।
पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के लिए नोडल एजेंसी के रूप में आईआईएम मुंबई की महत्वपूर्ण भूमिका और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति को आकार देने में इसकी सक्रिय भागीदारी भारत के लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे के परिदृश्य में इसके अद्वितीय योगदान को रेखांकित करती है।
आईआईएम मुंबई को मिला यह सम्मान न केवल प्रबंधन शिक्षा और इनोवेशन में उत्कृष्टता के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है, बल्कि इसे भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रमुखता दिलाने में अग्रणी के रूप में भी स्थापित करता है।
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