Skip to main content

गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप ने शुरू किया जौहरियों के लिए सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, नई उच्च सुरक्षा वाली तिजोरी का किया अनावरण

गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप ने शुरू किया जौहरियों के लिए सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, नई उच्च सुरक्षा वाली तिजोरी का किया अनावरण

लखनऊ, 8 अक्टूबर 2024: गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप की अंग गोदरेज एंड बॉयस के सुरक्षा समाधान व्यवसाय ने आभूषण क्षेत्र के लिए विशेष रूप से तैयार किये गए अपनी ताज़ातरीन उच्च सुरक्षा उत्पाद पेश किये हैं। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के नए क्लास ई मानकों का पालन करते हुए, हाल ही में लॉन्च की गई डिफेंडर ऑरम प्रो तिजोरी डीपीआईआईटी (वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय) द्वारा जारी नवीनतम गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) का अनुपालन सुनिश्चित करती है।

डिफेंडर ऑरम प्रो, जौहरियों को सभी संभावित चोरी के हमलों से बचाने का वादा करती है। गोदरेज के व्यापक अनुसंधान एवं विकास के ज़रिये विकसित, उन्नत बैरियर मटीरियल से निर्मित, यह बेहतर उपकरण प्रतिरोध (टूल रेजिस्टेंट) प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें एक चिकना और आधुनिक फेशिया, बेहतर पकड़ के लिए एक एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन किया गया गोल हैंडल और आपके इंटीरियर को बेहतर बनाने के लिए एक शानदार लेदर मैट है। डिफेंडर ऑरम प्रो क्लास ई तिजोरी (सेफ), स्टाइल और बेजोड़ सुरक्षा का एक आदर्श संयोजन है। 

गोदरेज एंड बॉयस के सुरक्षा समाधान व्यवसाय के कार्यकारी उपाध्यक्ष और व्यवसाय प्रमुख, श्री पुष्कर गोखले ने लॉन्च के अवसर पर कहा, "गोदरेज एंड बॉयस में, हमारा मानना है कि सुरक्षा का मतलब सिर्फ संपत्ति की सुरक्षा करना नहीं है, बल्कि अपने कीमती सामान के सुरक्षित होने के अहसास  से जो मन की शांति और खुशी सुनिश्चित होती है उससे भी जुड़ा है। हम डिफेंडर ऑरम प्रो, क्लास ई सेफ पेश कर भारत में जौहरियों की उभरती सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं।“

भारत सरकार ने क्यूसीओ के ज़रिये अनिवार्य बनाया है कि देश में निर्मित और बेची जाने वाली सभी उच्च-सुरक्षा वाली तिजोरियों पर गुणवत्ता की पहचान यानी बीआईएस लेबल होना चाहिए। इस क्यूसीओ का पालन करना, विक्रेता की ज़िम्मेदारी है। इस विनियमन का मतलब है कि खरीदारों को सभी आपूर्तिकर्ताओं से उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद मिलेंगे, इस तरह यह सुनिश्चित होगा कि सुरक्षा से समझौता नहीं होगा। ग्राहकों को इस बारे में जागरूक होने की ज़रूरत है और उन्हें आईएस-550 स्टैंडर्ड का अनुपालन करने वाले बीआईएस लेबल वाले उच्च सुरक्षा तिजोरी की मांग करनी चाहिए। इसके लिए व्यवसाय ने उद्योग की आवश्यकताओं को समझने के लिए नियामकों के साथ मिलकर काम किया है। हाल ही में लॉन्च किए गए समाधान आधुनिक समय के खतरों का सामना करने के लिए बनाए गए हैं और साथ ही ये उत्पाद लागत के लिहाज़ से भी उपयुक्त कीमत पर उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि सेफ और वॉल्ट उद्योग में बाज़ार की अग्रणी कंपनी के रूप में, हमारे ग्राहक ऐसे अनुभव तैयार करने की उम्मीद कर रहे हैं, जो अलग-अलग हों। इसलिए, हम आज वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी हाल ही में जारी किए गए क्यूसीओ के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए यहां आए हैं।“

गोदरेज इंजीनियरिंग और डिज़ाइन आधारित दृष्टिकोण पर ज़ोर देते हुए, अपने हितधारकों के लिए बेहतरीन मूल्य प्रदान करने वाली नवोन्मेषी समाधानों की विस्तृत श्रृंखला विकसित कर रहा है। गोदरेज ने हाल ही में स्मार्टफॉग सिस्टम पेश किया है, जो ज़ीरो विज़िबिलिटी के साथ फॉग बैरियर बनाकर घुसपैठियों को तुरंत भ्रमित करता है, और एक्यूगोल्ड गोल्ड प्योरिटी टेस्टिंग मशीन जौहरियों को ग्राहकों को उनके सोने की शुद्धता का आश्वासन देने में मदद करती है। गोदरेज का सुरक्षा समाधान पोर्टफोलियो घर, बैंकिंग, जौहरियों से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक कई तरह के उद्योगों की ज़रूरत पूरी करता है।

गोदरेज एंड बॉयस के सुरक्षा समाधान, भारतीय मानक ब्यूरो का पालन करने के अलावा, कई अंतर्राष्ट्रीय मानकों के भी अनुरूप हैं, और फिलहाल कंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सेफ और वॉल्ट की प्रमुख निर्यातक है। यूरोप, अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका सहित दुनिया भर के 50 से अधिक देशों में निर्यात के साथ, कंपनी को अपने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है।”

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते ...

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।