- लखनऊ शिपिज वाइव्स ग्रुप का अनूठा आयोजन “डांडिया रास 2024”
- महिला सशक्तिकरण के साथ दिव्यांग बच्चों को दी मदद
- गोमती नगर के टिकल्ड पिंक होटल में हुआ डांडिया रास
लखनऊ, अपनी रचनात्मकता और समर्पण के साथ समाज के प्रति योगदान देने के लिए अलग पहचान रखने वाले “लखनऊ शिपिज वाइव्स” ग्रुप द्वारा “डांडिया रास 2024” का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम में न सिर्फ मस्ती, धूम और धमाल हुआ बल्कि यह एक चैरिटी प्रोग्राम भी था। इसके जरिए शारीरिक रूप से अस्थि बाधित दिव्यांग बच्चों के लिए सहयोग राशि जुटाई गई और महिला सशक्तिकरण के लिए भी प्रयास भी किए गए। जरूरतमंद बच्चों की मदद
समाज सेवा का यह विशेष आयोजन करने वाले इस ग्रुप की शालिनी चित्रांशी, डॉ. निशा चौधरी, डॉ. तुलसी मेहता और समीक्षा सेंगर ने बताया कि हर वर्ष हमारे ग्रुप द्वारा इस तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं जिसमें न सिर्फ सदस्यों को अपनी रचनात्मकता दिखाने का मौका मिलता है बल्कि समाज सेवा भी की जाती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हमने जो भी राशि जुटाई उसका उपयोग शारीरिक दिव्यांग और जरूरतमंद बच्चों को मदद देने के लिए किया जाएगा।
कला के जरिए महिला सशक्तिकरण
गौरतलब है कि कई वर्षों से यह ग्रुप महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा है। इस बार भी कला के जरिए सशक्तिकरण करने की योजना बनाई गई है। “लखनऊ शिपिज वाइव्स” ग्रुप द्वारा हैंडीक्राफ्ट और हैंड आर्ट से जुड़ा मटेरियल जरूरतमंद महिलाओं को उपलब्ध करवाया जाता है। ताकि वे अपनी रचनात्मकता और कला का उपयोग कर इनसे पर्स, ड्रैस आदि बनाकर बिक्री कर सके और खुद के रोजगार को स्थापित कर सके। ग्रुप जरूरतमंद महिलाओं द्वारा तैयार प्रोडक्ट्स की बिक्री करवाने में भी सहयोग देता है। ताकि उनके रोजगार में चुनौतियां कम हो और उन्हें सुविधा मिल सके।
इस बार डांडिया रास में थे कई विशेष आकर्षण कार्यक्रम की आयोजिका शालिनी चित्रांशी, डॉ. निशा चौधरी, डॉ. तुलसी मेहता और समीक्षा सेंगर ने बताया कि इस बार के डांडिया रास में कई विशेष आकर्षण शामिल किए गए। ग्रुप की 90 से ज्यादा महिला सदस्यों ने पारंपरिक और सांस्कृतिक परिधानों में भजनों और सदाबहार गीतों पर अलग - अलग प्रस्तुतियां दी। एक पारिवारिक माहौल में गरबा किया गया, जो लंबे समय तक लोगों के लिए यादगार रहेगा। गरबा प्रतिभागियों के लिए विशेष गरबा थीम रखी गई थी और उन्हें टाइटल्स भी दिए गए। सेल्फी कॉर्नर के साथ ही कई ऐसी सुविधाएं भी थी जिनके कारण कार्यक्रम विशेष बन गया।
मोती बैंक को मिली इंटरनेशनल पहचान
“लखनऊ शिपिज वाइव्स” ने पिछले वर्ष 2023 के डांडिया डांस में समाज हित और जन कल्याण के उद्देश्य को ध्यान में रखकर “मोती बैंक” का आयोजन किया गया था, जिसे सिर्फ उत्तर प्रदेश और भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सराहना मिली। इस आयोजन को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया। आयोजन में मोती कलेक्शन कर अयोध्या भेजे गए थे। साथ ही जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए राशि जुटाकर सहयोग दिया गया था। आने वाले समय में भी “लखनऊ शिपिज वाइव्स” द्वारा इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा ताकि वे समाज के निम्न वर्ग को भी सहयोग दे सके।
Comments
Post a Comment