- दही-हांडी के उत्सवी माहौल में मीरा-भायंदर की विधायिका गीता भरत जैन पर फ़िल्म बनाने की हुई घोषणा
मुम्बई :मीरा-भायंदर विधानसभा क्षेत्र की एक कर्मठ विधायिका और एक ख़्यातिनाम समाज सेविका के रूप में जाने जाने वाली गीता भरत जैन के कामकाज व उनके जीवन पर जल्द फ़िल्म 'द आयरन लेडी : गीता जैन का निर्माण किया जाएगा. उनके राजनीतिक व सामाजिक जीवन पर फ़िल्म का ऐलान मीरा रोड में आयोजित दही-हांडी उत्सव के दौरान हज़ारों की संख्या में उपस्थित लोगों के बीच किया गया.
ग़ौरतलब है कि 27 अगस्त को गीता भरत जैन द्वारा आयोजित इस दही-हांडी उत्सव की मुख्य अतिथि के रूप में मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री महिमा चौधरी भी उपस्थित थीं. उन्हीं के हाथों गीता भरत जैन पर बनने वाली फ़िल्म 'द आयरन लेडी : गीता जैन' का क्लैप देकर इस फ़िल्म के बनाए जाने की घोषणा की गई.
उल्लेखनीय है कि हिंदू हितों की रक्षक, एक निर्दलीय नगर सेविका से महापौर और फिर विधायिका बनी गीता भरत जैन की लम्बी राजनीतिक यात्रा से प्रभावित होकर वसीम अख़्तर और इकबाल परवेज़ ने स्वयं उनपर फ़िल्म 'द आयरन लेडी : गीता जैन' बनाने व फ़िल्म के निर्देशन करने का फ़ैसला किया है. बता दें कि कुमार कन्हैया सिंह 'वनस्टैंड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड' के बैनर तले फ़िल्म को प्रोड्यूस करेंगे.
इस विशेष अवसर पर हाल में रिलीज हुई और चर्चित रही फ़िल्म 'हमारे बारह' के निर्देशक कमल चंद्रा भी उपस्थित थे. उन्होंने कहा, "गीता भरत जैन द्वारा मीरा-भायंदर विधानसभा क्षेत्र में किये गये कार्यों से यहां का बच्चा-बच्चा वाकिफ़ है. यह इलाका पहले बिजली व पानी की समस्या, स्थानीय स्तर पर होने वाली गुंडागर्दी और तमाम अन्य तरह की समस्याओं के लिए कुख्यात था, मगर गीता जी ने क्षेत्र की तमाम समस्याओं से छुटकारा दिलाने व इलाके के विकास में अहम भूमिका निभाई है. उनपर फ़िल्म बनाना हर्ष का विषय है."
आम लोगों को ध्यान में रखकर किये गये कार्यों की पृष्ठभूमि पर बनाई जाने वाली इस फ़िल्म के निर्माण पर गीता भरत जैन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "पिछले 22 सालों में मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किया और आज भी मैं लोगों की हर छोटी से छोटी समस्या को सुलझाने के लिए तत्पर रहती हूं. लोग क्षेत्र के विकास को लेकर मेरे जुनून के साक्षी रहे हैं. मैं हमेशा से लोगों के जीवन को सहज और सुविधाजनक बनाने के लिए काम करती रही हूं और आगे भी तन-मन-धन से ऐसा करती रहूंगी. मैं आभारी हूं कि लोगों ने मुझपर एक फ़िल्म बनाने के बारे में सोचा. इससे और अधिक लोगों को मेरे द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में पता चलेगा."
ग़ौरतलब है कि गीता भरत जैन अपने क्षेत्र की स्वास्थ्य समस्याओं से भी अच्छी तरह से वाकिफ़ रही हैं और इस सूरत को बदलने के लिए अथक प्रयास करती रही हैं. ऐसे में उन्होंने अब मीरा-भायंदर इलाके में एक अत्याधुनिक अस्पताल बनाने की पहल भी कर दी है. इस क्षेत्र में स्पेशलाइज़्ड स्वास्थ्य सुविधाओं वाले व कैंसर अस्पताल की ज़रूरत लम्बे समय से महसूस की जा रही थी जिससे आसानी से कैंसर के मरीज़ों का इलाज संभव हो सके.
मीरा-भायंदर इलाके में इस कैंसर अस्पताल के निर्माण से मीरा-भायंदर ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों - जैसे कि वसई, विरार, डहाणू और मुम्बई में दहिसर से लेकर अंधेरी तक के लोगों को स्वास्थ्य लाभ होगा. गीता भरत जैन ने कैंसर अस्पताल के निर्माण के लिए सभी तरह की मंज़ूरी हासिल करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया. राज्य सरकार द्बारा मंजूर किये गये 134 करोड़ रुपये के बजट से बनने वाले 120 बिस्तरों वाले इस आधुनिक कैंसर अस्पताल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
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