लखनऊ, 24 नवम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की मेजबानी में आयोजित ‘वेस्टर्न क्लासिकल म्यूजिक वर्कशाप’ में बड़ी संख्या में उपस्थित छात्रों, शिक्षकों व संगीत प्रेमियों ने पाश्चात्य शाष्त्रीय संगीत की बारीकियों से रूबरू हुए, साथ ही पाश्चात्य संगीत की विभिन्न विधाओं का आनंद उठाया। यह संगीत कार्यशाला एसोसिएटेड बोर्ड ऑफ रायल स्कूल ऑफ म्यूजिक (ए.बी.आर.एस.एम.), लंदन के तत्वावधान में सम्पन्न हुई, जिसमें एबीआरएसएम की मुख्य परीक्षक सुश्री जो बूथ, एबीआरएसएम के परीक्षक श्री मिशेल वाल्श, संगीतज्ञ श्री जेम्स वेलबर्न एवं इण्डिया नेशनल यूथ आर्केस्ट्रा एवं कोरस की मैनेजिंग डायरेक्टर, सुश्री सोनिया खान ने संगीत शिक्षा पर गहन चर्चा-परिचर्चा की, साथ ही दर्शकों के सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
वर्कशाप की मुख्य वक्ता एवं एबीआरएसएम की मुख्य परीक्षक सुश्री जो बूथ ने इस अवसर पर कहा कि संगीत शिक्षा आज एक नये कैरियर विकल्प के रूप में उभरी है एवं भावी पीढ़ी का अच्छा रूझान इस क्षेत्र में नजर आ रहा है। उन्होंने छात्रों की रूचि के अनुसार संगीत शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि उच्च जीवन मूल्यों व मानवीय गुणों के विकास में संगीत की अहम भूमिका है। सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती निशा पाण्डेय ने कहा कि यह संगीत कार्यशाला एक दुर्लभ अवसर है जब छात्रों, शिक्षकों व संगीत प्रेमियों को विश्व के प्रतिष्ठित संगीतकारों विशेषकर मुख्य परीक्षक के साथ सीधे बातचीत करने के अवसर मिल रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह कार्यशाला संगीत प्रेमियों के लिए वरदान साबित हुई है।
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