95% किशोरियों का यह मानना है कि उन्हें शादी के बाद भी अपनी शिक्षा जारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए
- ब्रेकथ्रू ने अपने सर्वे में पेश किए आँकड़े |
4 अक्टूबर 2023. हजारीबाग.समुदाय स्तर पर किशोर-किशोरियों के मुद्दों को समझने और समाज में लैंगिक न्याय और समानता को बढ़ावा देने के लिए झारखण्ड के हज़ारीबाग में ज़मीनी स्तर पर ब्रेकथ्रू विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता हेतु कार्य कर रहा है| इसी संदर्भ में हुए एक सर्वे के परिणामों को ले कर आज एक परिचर्चा का आयोजन किया गया था|
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्य अथिति हज़ारीबाग के ज़िला बाल सुरक्षा अधिकारी संजय ने बताया कि बाल सुरक्षा के लिहाज से चाइल्ड लाइन एक बेहद जरूरी सेवा है| अब चाइल्ड लाइन को चाइल्ड हेल्पलाइन में बदला जा रहा है| पहले इसका नंबर 1098 था और आने वाले समय में यह 112 नंबर पर भी मौजूद रहेगी | उन्होंने ब्रेकथ्रू द्वारा हज़ारीबाग जिले में बाल सुरक्षा के मुद्दे पर किए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रशंसा करी|
कार्यक्रम में ब्रेकथ्रू द्वारा हज़ारीबाग के टाटीझरिया और कटकमदाग ब्लॉक में किए गए एक सर्वे के आँकड़े भी साझा किए गए| यह आँकड़े किशोर-किशोरियों की करियर संबंधी आकांक्षाओं,माता-पिता के सहयोग,अंतर पीढ़ी संवाद,हिंसा के मुद्दे पर समझ और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच जैसे मुद्दों पर केंद्रित हैं| इस सर्वे के आधार पर यह पाया गया कि 95% किशोरियों और 85.90% किशोरों ने यह माना है कि किशोरियों को शादी के बाद भी अपनी शिक्षा जारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए|
कार्यक्रम में ब्रेकथ्रू की राज्य प्रमुख झारखण्ड और उत्तर प्रदेश कृति प्रकाश ने कहा, " समुदाय स्तर पर हम अपने कार्यों के माध्यम से यह देख पा रहे हैं कि समुदाय के स्तर पर किशोर-किशोरियों में हिंसा के प्रति समझ बढ़ रही है| वर्तमान में हुए सर्वे के आधार पर यह कहा जा सकता है कि टाटीझरिया और कटकमदाग ब्लॉक में 54.4% किशोरियों ने अनुचित टिप्पणियों और सीटी बजाने को हिंसा के रूप में परिभाषित किया है|”
इस कार्यक्रम में ब्रेकथ्रू से डॉ अभिषेक,अश्वनी,कहकशां,संजय और सभी स्टाफ के अलावा कई किशोर-किशोरियों,टीम चेंज लीडर्स,प्रिंसिपल,टीचर,सरपंचो,महिला एवं बाल विकास विभाग से कई प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया|
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