नेटफ्लिक्स पर 18 अक्टूबर को भारत की पहली सर्वाइवल ड्रामा सीरीज़ - काला पानी का प्रीमियर होगा
लखनऊ 16 अक्टूबर 2023: भारत के मुख्य तट से मीलों दूर चारों ओर से खारे पानी और समुद्री हवाओं से घिरे अंडमान और निकोबार द्वीप, समूह में एक कुदरत का खजाना है, जिसके बीचोंबीच कई रहस्य अभी भी खोजे जाने का इंतज़ार कर रहा है।। जब जान दाँव पर लगी हो, और समय लगातार हाथ से निकल रहा हो, किसी का जीवन ख़तरे में हो, तो दो ही विकल्प बचते हैं, या तो जान बचाए रखें या फिर भाग जाएं। नेटफ्लिक्स के सर्वाइवल ड्रामा, काला पानी के ट्रेलर में कुछ लोगों की यात्रा की झलक मिलती है, जो भारत के मुख्य समुद्री तट से बहुत दूर इन द्वीपों में फँस गए हैं, जहाँ उनकी मदद करने वाला कोई नहीं। जब लड़ाई प्रकृति के विरुद्ध हो और मानवता खतरे में हो, तो कोई क्या बलिदान देना चाहेगा? काला पानी से बचने के लिए कोई किस हद तक जाएगा? अपनी जान बचाने के इस संघर्ष में क्या वो काला पानी से बाहर निकल पाएंगे? मोना सिंह, आशुतोष गोवरिकर, अमेय वाघ, सुकांत गोयल, विकास कुमार, अरुशी शर्मा, राधिका मेहरोत्रा, चिन्मय मंडलेकर और पूर्णिमा इंद्रजीत जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों के साथ यह सीरीज़ अब तक का सबसे रोमांचक सर्वाइवल ड्रामा होगी।
पोशम पा पिक्चर्स द्वारा निर्मित, इस सीरीज़ का निर्देशन समीर सक्सेना और अमित गोलानी ने किया है। इसका स्क्रीनप्ले बिस्वपति सरकार, अमित गोलानी, संदीप साकेत और निमिषा मिश्रा ने लिखा है। तो 18 अक्टूबर को काला पानी की दुनिया में गोता लगाने की तैयारी कर लीजिए, केवल नेटफ्लिक्स पर।
अपने किरदार और सीरीज़ के बारे आशुतोष गोवारिकर ने बताया, “काला पानी में मैं अंडमान और निकोबार आइलैंड्स के लेफ़्टिनेंट गवर्नर एडमिरल जिब्रान कादरी का किरदार निभा रहा हूँ। उथल-पुथल के बीच इन आइलैंड्स से बचकर बाहर निकालना इस शो की मुख्य थीम है। इसलिए यह भारत का पहला सर्वाइवल ड्रामा है। जब आपके सामने केवल दो रास्ते बचते हैं, तो या तो आप सही रास्ता चुन सकते हैं, या ग़लत। कभी-कभी गलत रास्ता भी सही प्रतीत होता है, ख़ासकर उन अप्रत्याशित परिस्थितियों में जो इस शो में दिखाई गई हैं। इस शो में मेरे किरदार का भी यही संघर्ष है। उसे जिंदगियाँ बचाने के लिए कठोर निर्णय लेने हैं। इस सीरीज़ में हर किरदार जीवित रहने का संघर्ष कर रहा है, वह सही रास्ता चुनने की कोशिश कर रहा है, और इसीलिए यह शो सबसे अलग है।”
काला पानी में अपने किरदार के बारे में मोना सिंह ने बताया, “आज की कहानियाँ बदल गई हैं, उनकी सामग्री बदल गई है। आज महिलाओं के किरदारों में काफ़ी विकास हो चुका है। मैं 20 सालों से इस उद्योग में हूँ। मैंने इसमें कई बड़े परिवर्तन होते हुए देखे हैं। आज महिलाओं को उस रूप में पेश नहीं किया जाता, जिसमें पहले पेश किया जाता था। हमारे किरदार काफ़ी विविधतापूर्ण और विकसित हो चुके हैं। ऐसा ही एक किरदार मैंने काला पानी में निभाया है। उद्योग में यह महिला कलाकारों के लिए सबसे अच्छा समय है।”
Comments
Post a Comment