Skip to main content

अपोलोमेडिक्स के डॉक्टरों ने नेपाल से आए बच्चे के शरीर में भोजन नली का निर्माण कर दिया नया जीवन

अपोलोमेडिक्स के डॉक्टरों ने नेपाल से आए बच्चे के शरीर में भोजन नली का निर्माण कर दिया नया जीवन

  • 8 महीने के एक बच्चे की पूरी भोजन नली का निर्माण किया

लखनऊ, 22 सितम्बर 2023, अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल लखनऊ के पीडियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉक्टरों ने एक बेहद चुनौतीपूर्ण और जटिल सर्जरी को अंजाम देते हुए 8 महीने के एक बच्चे की पूरी भोजन नली का निर्माण किया है। बच्चा नेपाल का रहने वाला है और जन्म से ही उसके शरीर में भोजन नली का निर्माण नहीं हुआ था।

लगभग छह घंटे लंबे चले ऑपरेशन में, डॉक्टरों ने भोजन नली का निर्माण करने के लिए उसके पेट का उपयोग किया। यह भोजन नली बच्चे के उम्र के साथ बढ़ती जाएगी।  लड़का (नाम) नेपाल का मूल निवासी है और जन्म के तुरंत बाद उसे अपोलोमेडिक्स लखनऊ के डॉक्टरों के पास भेजा गया था। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और उसका रंग नीला पड़ गया था। बच्चे की मां ने उसे जो भी दूध पिलाया वह भोजन नली के अभाव में मुंह और नाक से बाहर आ गया था।  चिकित्सीय भाषा में, इस स्थिति को "प्योर एसोफेजियल एट्रेसिया" कहा जाता है।

पीडियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. दीपक कांडपाल के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम ने चरणबद्ध सर्जरी की। पहले चरण में, बच्चे को दूध पिलाने के लिए सीधे पेट में एक ट्यूब लगाई गई और लार निकालने के लिए गर्दन में एक  छेद बनाया गया। जब (नाम) की मां ने उसे पहली बार दूध पिलाने की कोशिश की थी तो बच्चा उसे निगल नहीं सका। प्रारंभिक जांच से पता चला कि बच्चे का जन्म बिना भोजन नली के पैदा हुआ था।

आमतौर पर, प्रत्येक 3,500 शिशुओं में से एक को भोजन नली में समस्या होती है। लेकिन यह एक बेहद गंभीर मामला था क्योंकि पूरी भोजन नली जन्म से ही मौजूद नहीं थी।  इसलिए, डॉक्टरों को एक नई भोजन नली का निर्माण गर्दन से लेकर पेट तक करना पड़ा। बच्चे का दूसरा ऑपरेशन किया गया, जिसे गैस्ट्रिक ट्रांसपोज़िशन कहा जाता है। बच्चे की उम्र जब आठ महीने की हो गई और उसका वजन जब बढ़ गया तो इस ऑपरेशन को हाल ही में अस्पताल में किया गया था।

पीडियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट, अपोलोमेडिक्स अस्पताल लखनऊ के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. दीपक कांडपाल ने बताया,  इस ऑपरेशन में हमारी टीम ने गर्दन से लेकर पेट तक भोजन नली का निर्माण किया। अब बच्चा मुंह से दूध पी सकता है और स्वस्थ है।  बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मरीज सर्जरी के बाद बारह दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा। इस दौरान उसे डॉक्टरों की निगरानी में आईसीयू में वेंटिलेटर पर भी रखा गया था। आठवें दिन, भोजन नली में किसी संभावित रिसाव का पता लगाने के लिए उसे रंगीन दवा भी दी गई। इसके बाद नौवें दिन, उसे पहली बार मुंह के माध्यम से खाना खिलाया गया।* 

अपोलोमेडिक्स लखनऊ के सीईओ और एमडी डॉ. मयंक सोमानी ने कहा, "यह एक साल से भी कम समय में अपोलोमेडिक्स लखनऊ के डॉक्टरों द्वारा सफलतापूर्वक किया गया दूसरा ऐसा गंभीर मामला है। इससे पहले, डॉक्टरों ने प्रयागराज के एक मरीज का इलाज किया था जिसकी भोजन नली का निर्माण भी सर्जरी द्वारा किया गया था।"

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते ...

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।