नव चयनित ब्राह्मण लोकसेवकों को ब्रह्मसागर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया
- नव चयनित आईएएस, आईपीएस और पीसीएस को कश्मीर के शंकराचार्य ने अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
लखनऊ 25 जून 2023: अभी हाल ही में भारतीय सिविल सेवा और प्रांतीय सिविल सेवा में उत्तीर्ण देश के होनहार नव चयनित 33 ब्राह्मण प्रशासनिक अधिकारियों (आईएएस, आईपीएस और पीसीएस एवं अन्य संवर्ग ) को उनका मनोबल बढाने के उद्देश्य से आज लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य अनंतश्री विभूषित अमृतानंद देवतीर्थ, शारदा सर्वग्य पीठम श्रीनगर कश्मीर द्वारा आशीर्वचन, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर ‘ब्रह्मसागर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया गया, इसके अलावा ब्रह्मसागर के कार्यकारिणी के पदाधिकारियों, ब्रह्मसागर सन्देश नामक स्मारिका के लेखक गणों एवं सहयोगियों को भी ‘ब्रह्मसागर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान’ से सम्मानित किया गया
कार्यक्रम की शुरुवात बटुकों द्वारा स्वस्ति वाचन और अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अयोध्या से पधारे स्वामी वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जी और अध्यक्षता कश्मीर के शंकराचार्य अमृतानंद देवतीर्थ, जी ने की अतिथियों का स्वागत संबोधन कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी, कार्यक्रम का सञ्चालन प्रख्यात उद्घोषिका अनीता सहगल ने और धन्यवाद् ज्ञापन श्री चन्द्रिका प्रसाद तिवारी जी ने किया
संतों ने अपने अपने उद्बोधन में सम्मानित विभूतियों को कर्त्तव्य निष्ठा का पालन करते हुए देश को एक समृद्ध, और आत्मनिर्भर भारत बनाने में सक्रिय सहयोग देने की सीख के साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा ब्रह्मसागर द्वारा किये जा रहे ऐसे अभिनव प्रयासों की की सराहना करते हुए अपना सहयोग देते रहने का आश्वासन दिया
सम्मान पाने वाले भारतीय सिविल सेवा और प्रांतीय सिविल सेवा में नव चयनित प्रशासनिक अधिकारियों नाम इस प्रकार हैं सुश्री स्मृति मिश्रा, श्री कुश मिश्र,सुश्री अक्षिता निधि,सुश्री कृतिका मिश्र,श्री सूरज तिवारी,श्री चैतन्य अवस्थी,श्री नारायण उपाध्याय,श्री अमृतेश शुक्ला,श्री सिद्धार्थ के मिश्र (9 भारतीय सिविल सेवाल के),सुश्री ऐश्वर्या दुबे, सुश्री प्रतीक्षा पाण्डेय,श्री कुमार गौरव, श्री संदीप कुमार तिवारी,श्री अनुपम तिवारी, आकांक्षा दीक्षित,विजय कुमार शुक्ल (7 PCS),श्री अमित पाठक, श्री कृष्णकान्त त्रिपाठी,श्री हेमंत,श्री मयंक त्रिपाठी, श्री पुनीत मिश्र, श्री शशांक शेखर त्रिपाठी, श्री भूपेश कुमार पाण्डेय,श्री अनिरुद्ध पांडेय,श्री कौस्तुभ त्रिपाठी,श्री तेजस त्रिपाठी,आनंद कुमार शुक्ल,श्री प्रियम राजशेखर पांडेय,श्री नितिश कुमार तिवारी,श्री राज भूषण पांडेय,श्री विवेक कुमार तिवारी (15 पुलिस उपाधीक्षक) और श्री विवेक कुमार पांडेय,श्री आकाश पांडेय,(2 कोषाधिकारी)
ब्रह्मसागर परिवार ने अपने संरक्षकों, स्मारिका संपादन में सहयोग देने वाले लेखकों सहित अपने कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को भी श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य अनंतश्री विभूषित अमृतानंद देवतीर्थ, कश्मीर द्वारा ब्रह्मसागर विशिष्ट प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया सम्मानित होने वालों में श्री नागेश्वर नाथ उपाध्याय, कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी,श्री चन्द्रिका प्रसाद तिवारी,श्री राजेंद्र प्रसाद शुक्ल,श्री दयाशंकर पांडेय,श्री कृष्णानंद चौबे,श्री वेद्वृत बाजपेयी,श्री प्रमिल द्विवेदी, श्रो ओम प्रकाश चतुर्वेदी,डॉ सुषमा मिश्रा,सुश्री श्वेता शुक्ल,श्री अभिषेक मिश्र,श्री उमाशंकर दुबे ,श्री ब्रजेश चन्द्र मिश्र,श्रीमती माला द्विवेदी,श्रीमती रेखा त्रिपाठी और श्री बृजेश मिश्र आदि सहित कई अन्य विभूतियां
यह सम्मान समारोह शहर के गोमती नगर में स्थित एक होटल किंग्स्टन में आयोजित किया गया था देश की विशिष्ट प्रतिभाओं को अपना आशीर्वाद देने के लिए देश प्रदेश के अनेक अंचलों से पधारे संतो एवं प्रबुद्धजनों जिनमे से प्रमुख रूप से उपस्थित थे श्रीमद्जगद्गुरु शंकराचार्य अनंतश्रीविभूषित अमृतानंद देवतीर्थ, शारदासर्वग्य पीठम कश्मीर, श्री श्री १००८ जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर जी महाराज,अयोध्या, ब्रह्मचारी आचार्य स्वामी कौशिक चैतन्य जी महाराज चिन्मय मिशन लखनऊ, महंत श्री कृष्णाचारी जी महाराज,पीठाधीश्वर बड़ा मंदिर खैराबाद सीतापुर,ज्योतिषाचार्य श्री राकेश तिवारी जी महंत श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर अयोध्या,श्री नागेश्वर नाथ उपाध्याय जी, सेवा निवृत्त IAS एवं संरक्षक ब्रह्मसागर,श्री महेश चन्द द्विवेदी जी IPS, पूर्व DGP एवं संरक्षक ब्रह्मसागर,कैप्टन संतोष कुमार द्विवेदी जी,सेवा निवृत्त IAS, संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मसागर
बताते चलें कि जगद्गुरु आदि शंकराचार्य की प्रेरणा से भारत की सनातन संस्कृति, ज्ञान, और गौरवशाली मूल्यों की पुनर्स्थापना के संकल्प के साथ अखिल भारतीय संस्था “ब्रह्मसागर” का गठन समाज के प्रबुद्ध वर्ग तथा सनातन संस्कृति के पोषक विचारधारा के चिंतनशील प्रबुद्धजनों द्वारा “ब्रह्मजन हिताय सर्वजन सुखाय” के ध्येय वाक्य के साथ लखनऊ में किया गया था,
हमारे ब्रह्मसागर परिवार को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त आध्यात्मिक धर्मगुरु, चिंतक, वैज्ञानिक, शिक्षाविद, वैदिक मर्मज्ञ, ब्रह्मांडीय ऊर्जाशास्त्री, सनातनी इतिहासकार, तकनीकी विशेषज्ञ, प्रशासनिक अधिकारी आदि सहित मनीषा जगत की महान विभूतियों का समर्थन प्राप्त है.
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