गौतम बुद्ध की 2567 वीं जयंती पर हुआ भव्य कार्यक्रम का आयोजन
- मुरलीधर आहूजा तथा जगदीश गांधी को महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया ने किया सम्मानित
लखनऊ।महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा त्रिविध वैशाख पूर्णिमा को संपूर्ण विश्व में शांति,करूणा एंव मैत्री का संदेश प्रवर्तित करने वाले महाकारूणिक तथागत गौतम बुद्ध की 2567 वीं जयंती बुद्ध पूर्णिमा पर रिसालदार पार्क बुद्ध विहार, लालकुआं,लखनऊ में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें दूर-दूर से आए बौद्ध धर्म के भिक्खुओं और हजारों उपासकों ने यहां धम्मसभा में भाग लिया। साथ ही भंडारे तथा खीर वितरण किया गया। इस बुद्ध विहार की ऐतिहासिकता पर प्रकाश डालते हुए स्थानीय प्रबंधन समिति के सचिव श्री जय शंकर सहाय द्वारा बताया गया कि महास्थाविर बोधानंद ने 1925 में इस बुद्ध विहार की स्थापना की थी। उन्होंने अपनी वसीयत द्वारा इस बुद्ध विहार, इस विहार में स्थित अनुसंधान पुस्तकालय तथा भारतीय बौद्ध समिति को महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के धम्म प्रचार के कार्यों से प्रभावित होकर दान में दे दिया। उनकी मृत्यु के बाद महाबोधि सोसाइटी द्वारा उनके शिष्य भिक्खु जी प्रज्ञानंद को इस बुद्ध विहार का भिक्खु इंचार्ज बनाया गया। जी प्रज्ञानंद भारतीय संविधान निर्माता बाबासाहब आंबेडकर को बौद्ध धर्म में दीक्षित करने वाले भिक्खुओं में से एक थे। बाबासाहेब लखनऊ आगमन पर यहां अवश्य आते थे। 2017 में जी प्रज्ञानंद की मृत्य के बाद सरकार ने राजकीय सम्मान के साथ बौद्ध रीति से उनका अंतिम संस्कार किया था। उनके बाद वर्तमान में भिक्खु ज्ञानालोक इस बौद्ध विहार के भिक्खु इंचार्ज हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यह लखनऊ के लिए गर्व का विषय है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया ने डॉ महेंद्र सिंह को वर्तमान अध्यक्ष के रूप में चुना है जो उत्तर भारत से चुने जाने वाले पहले व्यक्ति हैं। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ महेंद्र सिंह ने कहा कि धम्म दान सभी दान में सर्वोत्तम है।आज दुनिया को बुद्ध के मार्ग की आवश्यकता है। इस अवसर पर शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी और रायल कैफे ग्रुप के संचालक श्री मुरलीधर आहूजा तथा सिटी मांटेसरी स्कूल ग्रुप के संस्थापक श्री जगदीश गांधी को महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा सम्मानित करते हुए मानद आजीवन सदस्यता प्रदान की गयी।
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