दादा मियां की दरगाह पर रोज़ा अफ़्तर का हुआ आयोजन
- दरगाह परिसर में विभिन्न समुदायों और धर्मो के लोगों ने एक साथ बैठ कर किया इफ्तार
- इस तरह के आयोजन समाज में शांति और एकता को बढ़ावा देंगे:मोहम्मद सबाहत हसन शाह
लखनऊ।दादा मियां की दरगाह पर रोज़ा अफ़्तर का आयोजन किया गया। जिसमें कई राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं समेत कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।रोज़ा अफ़्तर में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष खाबरी,वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव,फरहत हसन,अब्दुल वहीद,जावेद हुसैन, मो सादाब,परवेज अख्तर,मो अली साहिल,सलाउद्दीन सिद्दीकी,अज़ीज़ सिद्दीकी शामिल हुए।इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुझे वर्षों से हो रहे रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होकर अच्छा लगा और यह बहुत अच्छा मौका है जब एकता अखंडता के लिए सभी धर्मों के लोग एक साथ बैठकर रोज़ा खोला।हजरत ख्वाजा मोहम्मद नबी रजा शाह अलमारूफ़ दादा मियाँ की दरगाह पर सांप्रदायिक सौहार्द और एकता का प्रदर्शन करते हुए रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया।दरगाह व ख़ानक़ाह शाहे रज़ा में अफ्तार के दौरान का माहौल गर्मजोशी और प्यार से भरा हुआ था। दरगाह परिसर में विभिन्न समुदायों और धर्मो के लोगों ने एक साथ बैठ कर रोज़ा इफ्तार किया।यह रोजा अफ्तार सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की सच्ची मिसाल बना साथ ही एकता और भाईचारे का दिल को छू लेने वाला नज़ारा भी देखने को मिला।हर साल 24 वे रोज़े को आयोजित होने वाले इस अफ्तार में शामिल होने वाले लोगों ने साम्प्रदायिक सद्भाव और शांति को बढ़ावा दिया। और इस रोज़ा इफ्तार के आयोजन के लिए दरगाह के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा मोहम्मद सबाहत हसन शाह की खूब सराहना की।इस अवसर पर दरगाह के सज्जादानशीन व मुतवल्ली हज़रत ख़्वाजा मोहम्मद सबाहत हसन शाह ने कहा, "रमजान उपवास और आध्यात्मिक प्रतिबिंब का महीना है। यह हमारे लिए एक समुदाय के रूप में एक साथ आने, एक साथ खाने पीने और अपनी विविधता का जश्न मनाने का भी समय है।" हमें खुशी है कि विभिन्न समुदायों के लोगो ने आज दरगाह दादा मियाँ में आकर रोज़ा अफ्तार किया और हम आशा करते हैं कि इस तरह के आयोजन हमारे समाज में शांति और एकता को बढ़ावा देते रहेंगे।"
Comments
Post a Comment