हुनर ऑफ इंडिया के मंच पर टीम हमसफर को किया गया सम्मानित
- राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा परिषद के तत्वधान में सांस्कृतिक संध्या एवं सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
- हुनर ऑफ़ इंडिया" 2022 हैंडीक्राफ्ट एंड हैंडलूम महोत्सव में नजर आए एक से एक नायाब हस्त कला के नमूने
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र में स्थित पोस्टल ग्राउंड में 2 नवंबर से 30 नवंबर तक चलने वाले आत्मनिर्भर संपूर्ण भारत के हुनर एक मंच में "हुनर ऑफ़ इंडिया" 2022 हैंडीक्राफ्ट एंड हैंडलूम महोत्सव में "राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा परिषद के तत्वधान में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ रुबीराज सिन्हा निर्देशिका बैदही वेलफेयर फाउंडेशन, मॉडल व एक्टर ऐश्वरिया सिंह, निर्देशक B ओरिजिनल प्रोडक्शन तौफीक अहमद, द डांसिंग राइजिंग स्टार के निर्देशक मैडी सिंह, आरजे डांस एकेडमी के निर्देशक रामजी मिश्रा, एंकर जैन, स्टेप एंड डांस के नृत्य निर्देशक आकाश निगम, सांस्कृतिक प्रभारी विजय कुमार गुप्ता, हेमू चौरसिया कॉमेडी आर्टिस्ट सचिव मां गायत्री जन सेवा संस्थान, शैलेश कोहली को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
इसके अलावा समाज सेवा एवम निर्भीक निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए "टीम हमसफर" को कलम के योद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया, जिसमे मुखरूप से आफाक अहमद मंसूरी, अब्दुल वहीद, तनवीर अहमद सिद्दीकी, जावेद हुसैन, नजम अहसन, फैसल मुजीब, मतीन अहमद, मो एजाज, सिराज खान मौजूद रहे।
टीम हमसफर के अब्दुल वहीद ने कहा कि सही मयने में पत्रकार समाज की सेवा में अहम भूमिका निभाने का कार्य करता है, तो वहीं टीम हमसफर के आफाक अहमद मंसूरी ने कहा कि पत्रकार अपनी पत्रकारिता के माध्यम से कमजोर को न्याय दिलाने का काम करता है और समाजसेवियों की सेवा को अपने कलम के माध्यम से लिखकर उसके कार्यों की सराहना भी करता है।
दरअसल, राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा परिषद की स्थापना सन् 2019 में की गई थी, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव द्वारा की जाने वाली निशुल्क सेवाएं लखनऊ जिले में मिलने वाली सभी लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कराया जाता है और जो व्यक्ति अपनी जान जोखिम में डालकर किसी अन्य व्यक्ति के जानमाल या किसी अपराधी को पकड़वाने में अपना योगदान देता है तो उसको संस्था द्वारा 2100 रुपए का नकद पुरस्कार अंग वस्त्र एवं वीरता पुरस्कार प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है यह प्रशस्ति पत्र स्थानीय थाना प्रभारी के हाथों से दिलवाया जाता है। संस्था का कहना है कि समाज से अपराध एवं भ्रष्टाचार बगैर जन सहभागिता के समाप्त करना अत्यंत कठिन है, थाना प्रभारी द्वारा सम्मान प्राप्त होने से लोगों का मनोबल बढ़ेगा और लोग प्रेरित होकर अपराध समाप्त करने के लिए आगे आएंगे, इसके साथ साथ संस्था के द्वारा निशुल्क एंबुलेंस सेवा का संचालन कोरोना काल में किया गया, चिकित्सा कर्मी सफाई कर्मी समाजसेवी पत्रकार एवं समाज के अन्य व्यक्तियों को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया, अभी तक संस्था द्वारा लगभग तीन लाख पछत्तर हजार (37500) लोगों को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
सांक्रतिक संध्या में अपूर्वा शुक्ला और महिमा यादव ने स्पेशल परफॉर्मेंस पेश करके महोत्सव को यादगार बनाया।
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