कोविड के बाद से कम उम्र के विवाहों का बढ़ा चलन |
- ब्रेकथ्रू की मीडिया मीटिंग में आंकड़े साझा किए गए |
हज़ारीबाग.
किशोर-किशोरियों के कम उम्र में हो रहे विवाह को लेकर महिलाओं के खिलाफ हिंसा को सभी के लिए अस्वीकार बनाने के लिए काम करने वाली स्वंयसेवी संस्था ब्रेकथ्रू के सर्वे में यह सामने आया है कि कोविड के बाद से कम उम्र में होने वाले विवाहों में इज़ाफ़ा हुआ है | इसी विषय पर हज़ारीबाग के एके इंटरनेशनल होटल में एक जिला स्तरीय मीडिया संवाद का आयोजन किया गया |
कार्यक्रम के दौरान ब्रेकथ्रू में हज़ारीबाग ज़िले की प्रमुख कहकशां ने बताया कि वर्तमान में ब्रेकथ्रू हज़ारीबाग ज़िले के कटकमदाग,टाटीझरिया,सदर,पद्मा और कटकमसांडी ब्लाक की 39 ग्राम पंचायतों के 78 गाँवों में कार्य कर रहा है | इस सर्वे में हमने यह पाया है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार,दूल्हे के परिवार द्वारा दहेज की मांग नहीं करने पर लड़की की शादी की कानूनी उम्र तक इंतजार नहीं करना चाहते हैं। इसके अलावा सर्वे में यह भी देखा गया है कि अतिरिक्त रूढ़िवादी परिवारों में इस तरह के विवाह होने का प्रचलन आम है, और इसमें सक्रिय भूमिका बुजुर्ग दादा-दादी द्वारा निभाई जाती है जो पारंपरिक रूढ़िवादी विचारों को संजोते हैं। इसके अलावा हमने अपने सर्वे के दौरान देखा कि हमारे फील्ड एरिया में लैंगिक भेदभाव मौजूद है और जिले में किशोर-किशोरियों के बीच 78% तक लैंगिक भेदभाव पर समझ बन चुकी है |
इसके अलावा सर्वे में यह भी सामने आया है कि 96% किशोरियों में स्वास्थ्य और पोषण के मुद्दे पर व्यापक समझ बनी है और वो अब विभिन्न माध्यमों के माध्यम से स्वास्थ्य और पोषण के मुद्दे पर जानकारी प्राप्त कर रही हैं | हमने यह भी देखा है की तकरीबन 71% किशोरियाँ अपने परिवार में शादी और उससे जुड़े मुद्दे पर अब बात कर पा रही हैं | ब्रेकथ्रू इन सभी मुद्दों पर अपने काम को और आगे ले जाना चाहता है और हम यह चाहते हैं कि इन मुद्दों पर मीडिया के साथी अपने माध्यम से जन जागरूकता हेतु हमारे मुद्दों पर लिखें ताकि एक सशक्त समाज का निर्माण किया जा सके |
इस अवसर पर ब्रेकथ्रू के कैंपेन ‘दख़ल दो’ के बारे में भी जानकारी दी गई, यह कैंपेन महिलाओं और लड़कियों के साथ होने वाली हिंसा को रोकने के लिए बायस्टेंडर को दख़ल देने के लिए प्रेरित करता है। अभिनेता राजकुमार राव ‘दख़ल दो’ कैंपेन के ब्रांड एम्बेसडर हैं।
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