सांस्कृतिक विरासतों का संरक्षण जरूरी
- पर्यटन मंत्री ने अयोध्या शोध संस्थान के न्यूज लेटर कि किया लोकार्पण
लखनऊ: 06 जून, 2022, प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा है कि सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, शोध, रिकार्डिग, अभिलेखीकरण सहित तमाम विधियों से हमारी समृद्ध परम्पराओं का संरक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति के गौरवशाली अतीत को संरक्षित किया जाना जरूरी है।
श्री जयवीर सिंह ने सोमवार को गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में अयोध्या शोध संस्थान के मासिक पत्र (न्यूज लेटर) ’पूर्व रंग’ के प्रवेशांक का लोकार्पण के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या विश्वपटल पर समादृत है और यह धर्म, आस्था, संस्कृति एवं विभिन्न परम्पराओं की संवाहिका है। उन्होंने कहा कि कला एवं संस्कृति के विभिन्न आयामों पर उच्चस्तरीय शोध, सर्वेक्षण एवं अभिलेखीकरण हेतु संस्कृति विभाग की स्वायत्तशासी संस्था के रूप में अयोध्या शोध संस्थान की स्थापना की गई है जिसने इस दिशा में संस्थान के मासिक पत्र के प्रवेशांक ’पूर्वरंग’ के माध्यम से एक कदम और आगे बढ़ाया है। इस मासिक पत्र से संस्थान की नियमित गतिविधियों की जानकारी आमजन को और अधिक सुलभ हो सकेगी।
इस अवसर पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि अयोध्या की ख्याति पूरे विश्व में है और प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु आकर आस्था, संस्कृति एवं परम्परा की त्रिधारा से परिचित होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ रामकथा के विविध पक्षों पर शोध, सर्वेक्षण एवं अभिलेखीकरण हेतु अयोध्या शोध संस्थान कार्य कर रहा है। यह संस्थान अयोध्या के उसी महत्वपूर्ण स्थान पर स्थित है जहां मान्यता है कि गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना की थी। संस्थान द्वारा नित्य रामलीला का मंचन भी ऐसी ही अनेक मान्यताओं के संरक्षण का एक प्रयास है। इन सारी गतिविधियों को मासिक पत्र के माध्यम से नियमित रूप में संस्थान द्वारा पंहुचाने का कार्य सराहनीय है।
’पूर्वरंग’ के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए संस्थान के निदेशक डॉ. लवकुश द्विवेदी ने कहा कि ’पूर्वरंग’ के प्रवेशांक में संस्थान के ’अयोध्या पंचांग’, अयोध्या की नित्य रामलीला, उत्तर प्रदेश-गुजरात मैत्री दिवस, जनपदीय इतिहास लेखन योजना, ’ग्लोबल इन्सायक्लोपीडिया ऑफ द रामायण योजना’ के अन्तर्गत रामकथा पर प्रकाशित दस शोध ग्रन्थों, नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा की मासिक कार्यक्रम श्रृंखला तथा हरिद्वार में भागीरथी पर्यटक आवास गृह के लोकार्पण समारोह सहित संस्थान की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि ’पूर्वरंग’ में संस्थान की आगामी प्रस्तावित गतिविधियों की सूचनाएं भी प्राप्त हो सकेंगी। लोकार्पण समारोह में प्रबन्ध निदेशक एवं पर्यटन विभाग के विशेष सचिव श्री अश्विनी कुमार पाण्डेय, उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम के सलाहकार (प्रबन्ध एवं प्रशासन) श्री जे.पी.सिंह सहित संस्कृति एवं पर्यटन विभागों के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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