- अर्धनग्न प्रदर्शन के बाद भी पूरी नहीं हुई हैं मांगे
- प्रदेश अध्यक्ष रमाशंकर तिवारी ने किया सभी जनपदों के कर्मचारियों से महाआवाह्न
लखनऊ। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) स्वच्छताग्राही कर्मचारी 15 नवम्बर से राजधानी के ईको गार्डन में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। एक दिसम्बर को आक्रोशित स्वच्छताग्राहियों ने अर्धनग्न प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी दी थी।
गौरतलब है कि ये कर्मचारी नियमित वेतन तथा राज्य कर्मचारी का दर्जा पाने के आंदोलित हैं। प्रदेश अध्यक्ष रमाशंकर तिवारी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट था जिसके लिए हमें प्रशिक्षण भी दिया गया था और हम लोग गांव गांव जा कर जागरूकता अभियान चला रहे थे लेकिन योगी सरकार ना तो हमें नियमित वेतन दे रही है और ना ही राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जा रहा है। धरने के 15 दिन बीत जाने पर हम लोगों ने अर्धनग्न प्रदर्शन किया, तब से पुलिस प्रशासन और भाजपा नेता हमारी बात तो जरुर सुन रहे हैं लेकिन मांगे पूरी करने की दिशा में कार्यवाही नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगे अनुचित है तो चार साल पहले 58 हजार कर्मचारियों का प्रशिक्षण करवा कर नौजवानों का भविष्य क्यों अंधकारमय किया गया, क्यों झूठें आश्वासन पर हमें जीवित रखा गया?
कार्यवाहक प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित मिश्रा ने कहा कि स्वच्छताग्राही कर्मचारियों के सब्र का बांध अब टूटने को है इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष ने सभी जनपदों के सभी कर्मचारियों का आवाह्न किया है कि 6 दिसम्बर को महाआंदोलन करते हुए सार्वजनिक भिक्षा मांगने का कार्य भी करेंगे।
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