Skip to main content

जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने गोमती बैराज एवं बन्धों पर चल रहे कार्यों का किया निरीक्षण

 जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने गोमती बैराज एवं बन्धों पर चल रहे कार्यों का किया निरीक्षण
  • गोमती नदी को स्वच्छ एवं निर्मल बनाये जाने के हरसंभव प्रयास किए जाएं
  • कार्य को गुणवत्ता के साथ वर्षा से पूर्व सम्पन्न करायें -डा0 महेन्द्र सिंह
लखनऊ, दिनांकः 29 मई, 2021
उत्तर प्रदेश के जल षक्ति डा0 महेन्द्र सिंह ने बाढ़ पूर्व तैयारियों के क्रम में आज गोमती नदी बैराज एवं आसपास के क्षेत्रों तथा बंधों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गोमती नदी के स्वच्छ व निर्मल बनाये रखने तथा जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने संबंधी सभी आवश्यक कदम उठाये जाएं। श्री वी0के0 निरंजन, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष, सिंचाई विभाग एवं जल संसाधन विभाग द्वारा लखनऊ षहर को षारदा कैनाल के अटरिया स्कैप एवं महदोईया स्कैप से पानी पहुॅचने के रूट का विस्तृत विवरण दिया। साथ ही साथ उनके द्वारा लखनऊ में गोमती नदी के तटबन्धों के सम्बन्ध में भी अवगत कराया गया।
डा0 महेन्द्र सिंह ने बैराज पर चल रहे कार्यो का निरीक्षण किया और निर्देषित किया कि गेटों की आॅयलिंग, ग्रीसिंग एवं चल रहे पेन्टिग कार्य को तत्काल सम्पन्न कराये। उन्होंने अपने समक्ष बैराज के गेट नम्बर-1 को संचालित कराया तथा निर्देषित किया कि बैराज के समस्त गेट चलित अवस्था में रहे। यह भी निर्देषित किया गया कि बैराज की समस्त लाईटें ठीक होनी चाहिए आज ही उनको जलाकर उनकी चेकिंग करें और जो भी लाईटें खराब हों उन्हें तत्काल ठीक कराया जाये।
जलशक्ति मंत्री ने अधिकारियों को निर्देषित किया कि बैराज पर जलकुम्भी एकत्रित न होने पाये तथा आवष्यकतानुसार गऊघाट पर वाटर लेवल मेण्टेन करते हुये जलकुम्भी एवं गोमती नदी की गाद निकालने हेतु बैराज से फ्लशिंग की कार्यवाही की जाये। बैराज के चारों तरफ सिंचाई विभाग के जो भी पार्क है उनकी सफाई सुनिष्चित करें। उन्होंने बैराज से लगे वाटिका का निरीक्षण किया और यह निर्देषित किया कि इसको स्वच्छ और सुन्दर बनाये। पार्क में जो भी पेड़ सूख गये हैं, उनकी जगह नये पेड़ तत्काल लगाये जाये। यह कार्य 07 दिन के भीतर कराया जाना सुनिष्चित करें।
डा0 महेन्द्र सिंह ने बैराज से कैटल कालोनी तक दांये एवं बांये बन्धें का निरीक्षण किया। कैटल कालोनी स्थित 140 मीटर गैप को पूर्ण करने हेतु लखनऊ विकास प्राधिकरण के साथ तीन दिन में समन्वय स्थापित कर तत्काल बजट प्राप्त करने की कार्यवाही करें तथा यथाषीघ्र बन्धा पूर्ण किया जाना सुनिष्चित करें।
जलशक्ति मंत्री ने राधाग्राम बैरल का निरीक्षण करते हुए निर्देषित किया कि कार्य को गुणवत्ता के साथ तथा वर्शा से पूर्व सम्पन्न कराना सुनिष्चित करें तथा इस कार्य में कोई भी कोताही न बरती जाये। उन्होंने यह भी निर्देषित किया कि बाढ़ पूर्व तैयारियों के अन्तर्गत सभी बैरलों की सफाई, आॅयलिंग ग्रीसिंग, मरम्मत, पेन्टिग के कार्य तत्काल पूर्ण किये जाये। गउघाट पर पानी का लेवल मेण्टेन रखा जाये और बैराज से फ्लशिंग की कार्यवाही में कोई कोताही न बरती जाये।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री जे0पी0एस0 राठौर ने बताया कि गोमती नदी की साफ-सफाई निरन्तर हो रही है, इसके लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोमती की साफ-सफाई एवं स्वच्छ बनाने के लिए सिंचाई एवं जल संसाधन, जल निगम तथा नगर विकास के तत्वावधान में कार्ययोजना बनायी गयी है। उन्होंने बताया कि गोमती के किनारे जलकुम्भी को अतिशीघ्र निकाल दिया जाएगा। गोमती को स्वच्छ बनाकर प्रदूषणमुक्त कराया जायेगा।
निरीक्षण के समय मा0 विधायक, श्री नीरज बोरा, प्रदूषण बोर्ड के सदस्य श्री आशीष तिवारी, नगर आयुक्त श्री ए0के0 द्विवेदी, मुख्य अभियन्ता (षारदा सहायक) श्री अषोक कुमार सिंह, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, श्री आर0के0 जैन, अधीक्षण अभियन्ता, सप्तम मण्डल सिंचाई कार्य, उ0प्र0, लखनऊ, श्री सत्यप्रिय, अधिषासी अभियन्ता, लखनऊ खण्ड षारदा नहर, लखनऊ एवं सिंचाई विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते ...

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।