छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर का 35वां दीक्षांत सम्पन्न
- विद्यार्थी परिवार, समाज तथा राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियों को समझें
- पारंपरिक, व्यावसायिक और शैक्षणिक पाठ्यक्रमांे के अलावा कई नए पाठ्यक्रम शुरू
- मिशन शक्ति, स्वावलम्बन तथा आत्मनिर्भर समाज की संकल्पना को सार्थक करें- श्रीमती आनंदीबेन पटेल
लखनऊः 22 मार्च, 2021, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के 35वें दीक्षान्त समारोह में 54 मेधावी छात्र-छात्राओं को 88 पदक प्रदान किये जबकि एक लाख 90 हजार 207 छात्र-छात्राओं को उपाधियों दी गयी। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि वे परिवार के प्रति, समाज के प्रति तथा राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएं तथा विद्यार्थी विश्वविद्यालय से अर्जित ज्ञान का उचित प्रयोग करके समाज में अपने चारित्रिक गुणों को उजागर कर अपनी एक अलग तथा महत्वपूर्ण पहचान बनायें और अपने विश्वविद्यालय एवं संपूर्ण राष्ट्र का मान बढ़ायें।
राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में नई शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप कौशल विकास को शामिल करने के लिए बोर्ड आॅफ स्टडीज के माध्यम से पाठ्यक्रम में संशोधन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक, व्यावसायिक और शैक्षणिक पाठ्यक्रमांे के अलावा कई नए पाठ्यक्रम इस वर्ष आरम्भ किए गए हैं, जो कि नई पीढ़ी को नवीन दिशा प्रदान करंेगे।
कुलाधिपति ने सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने कानपुर और इसके आसपास के क्षेत्र में लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने के उद्देश्य से ‘आत्मनिर्भर कानपुर’ की एक नई पहल की शुरूआत की है, जिसे विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों द्वारा भी शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति, स्वावलम्बन तथा आत्मनिर्भर समाज की संकल्पना को सार्थक करने की दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा संवर्तिका-हाट जैसे आयोजन किये जा रहे हैं, जिसमें आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए एवं ग्रामीण उद्यमियों को अपने उत्पादों की ब्रिकी के लिए आसानी होगी। उन्होंने कहा कि ‘पढ़े कानपुर बढ़े कानपुर’, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना में विश्वविद्यालय बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहा है तथा कोरोना काल में भी इस विश्वविद्यालय ने डिजिटल/ई-लर्निंग प्लेटफार्म का पूरा उपयोग कर अपनी शिक्षा जारी रखी।
राज्यपाल ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो, स्वरोजगार, औद्योगीकरण को बढ़ावा मिले और बेरोजगारी की समस्या जड़ से समाप्त हो, इस दिशा में मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया जैसे अनेकों महत्वाकांक्षी अभियान चल रहे हंै। उन्होंने कहा कि नए भारत की इन सभी महत्वाकांक्षी योजनाओं में युवा बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और न्यू इंडिया का निर्माण कर, इस राष्ट्र को विश्व के उन्नतशील राष्ट्रों की सूची में शामिल करें।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने विश्व जल दिवस पर चर्चा करते हुये कहा कि आज प्रधानमंत्री जी ने ‘कैच द रेन’ अभियान की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सभी लोग बढ़चढकर हिस्सा लें। कार्यक्रम में आमंत्रित स्कूली बच्चों को राज्यपाल ने बैग एवं पठन-पाठन सामग्री वितरित की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, विशिष्ट अतिथि एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती नीलिमा कटियार, विशिष्ट अतिथि एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत, कुलपति प्रोफेसर डी0आर0 सिंह सहित शिक्षकगण अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
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