Skip to main content

अन्तर्राष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा महोत्सव ‘मीलेन्ज-2021’ का भव्य समापन

अन्तर्राष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा महोत्सव ‘मीलेन्ज-2021’ का भव्य समापन

लखनऊ, 28 फरवरी: सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस द्वारा आॅनलाइन आयोजित किये जा रहे तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा महोत्सव ‘मीलेन्ज-2021’ का आज रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच भव्य समापन हुआ। इस अवसर पर देश-विदेश के प्रतिभागी विजयी छात्रों को सम्मानित किया गया। इस अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक महोत्सव में रूस, जर्मनी, कैनडा, श्रीलंका, नेपाल एवं भारत के विभिन्न राज्यों के मेधावी छात्रों ने गेस द गुड वर्ड, टेल-ए-टेल, मोनोएक्ट इन थिएटर, टर्नकोट इन पोएम एवं जस्ट-ए-मिनट आदि बेहद रोचक व ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं में अपनी अभूतपूर्व प्रतिभा का परचम लहराया।

मीलेन्ज-2021 के अन्तर्गत आयोजित गेस द गुड वर्ड प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की सान्वी देव को मिला जबकि टेल-ए-टेल प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) के अथर्व मिश्रा एवं सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) के अर्चित श्रीवास्तव को मिला। इसी प्रकार, मोनोएक्ट इन थिएटर प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार सी.एम.एस. चैक कैम्पस की नव्या गुप्ता को, टर्नकोट इन पोएम प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) की अग्रिनी शाह को एवं जस्ट-ए-मिनट प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की तनुश्री वाष्र्णेय एवं सी.एम.एस. चैक कैम्पस की मुज्तबा अली खान को मिला। 

पुरस्कार वितरण व समापन समारोह में देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों को आशीर्वाद देते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि अब समय आ गया है कि छात्र शक्ति मिलकर पूरे विश्व को एकता के सूत्र में पिरायें क्योंकि आदर्श समाज की स्थापना का सारा दारोमदार अब इन्हीं होनहार कंधो पर है। डा. गाँधी ने विश्वास व्यक्त किया कि यह महोत्सव भावी पीढ़ी की बहुमुखी प्रतिभा के विकास के साथ ही उनमें मानवीय एवं आध्यात्मिक दृष्टिकोण को विकसित करने में सफल हुआ है। ‘मीलेन्ज-2021’ की संयोजिका एवं सी.एम.एस. स्टेशन रोड कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती वीरा हजेला ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि मीलेन्ज-2021 के तीसरे व अन्तिम दिन आज रूस, जर्मनी, कैनडा, श्रीलंका, नेपाल एवं भारत के विभिन्न राज्यों के मेधावी छात्रों ने कविता पाठ एवं भाषण प्रतियोगिताओं में रचनात्मक सोच एवं अभिव्यक्ति क्षमता का जोरदार प्रदर्शन कर गागर में सागर भर दिया। आज प्रतियोगिताओं का सिलसिला टर्नकोट इन पोएम प्रतियोगिता से हुआ। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने विश्व के महानतमक साहित्यकारों की रचनाओं को बड़े ही अनूठे अंदाज में प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। प्रत्येक प्रतिभागी छात्र ने दो अलग-अलग विषयों पर आधारित रचनाओं को वैसे ही हाव-भाव के साथ धाराप्रवाह अंदाज में सुनाया। इसके अलावा, ‘जस्ट-ए-मिनट’ प्रतियोगिता भी आकर्षण का केन्द्र रही। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने आॅन-द-स्पाट दिये गये विषय पर एक मिनट के समय में अपने विचार व्यक्त किये। प्रतिभागी छात्रों के सारगर्भित विचारों को सुनकर दर्शकों समेत निर्णायक मंडल के सदस्य दंग रह गये। छात्रों को उनके मौलिक विचारों, अभिव्यक्ति क्षमता, आत्मविश्वास एवं धाराप्रवाह अंदाज एवं उच्चारण के आधार पर अंक दिये गये। श्री शर्मा ने कहा कि हालांकि मीलेन्ज-2021 आज सम्पन्न हो गया है परन्तु इस महोत्सव के माध्यम से भावी पीढ़ी ने अपने ज्ञान-विज्ञान व विश्वव्यापी दृष्टिकोण का सुखद अहसास कराया है। यही भावी पीढ़ी आगे चलकर समाज के नवनिर्माण की जिम्मेदारी बखूबी संभालेगी।

Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते ...

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।