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विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 21वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ का राजनाथ सिंह करेंगे 6 नवम्बर को ऑनलाइन उद्घाटन


विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 21वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ का राजनाथ सिंह करेंगे 6 नवम्बर को ऑनलाइन उद्घाटन


लखनऊ, 22 अक्टूबर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 21वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 6 से 9 नवम्बर 2020 तक ऑनलाइन आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का वर्चुअल उद्घाटन समारोह 6 नवम्बर 2020, शुक्रवार को सायं 5.00 बजे से 7.00 बजे तक आयोजित किया जायेगा। भारत सरकार के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे जबकि समारोह की अध्यक्षता लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया करेंगी। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है।


            श्री शर्मा ने बताया कि इस चार-दिवसीय ऐतिहासिक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में देश की गणमान्य हस्तियाँ सर्वश्री कलराज मिश्र, महामहिम राज्यपाल, राजस्थान, श्री हरदीप सिंह पुरी, नागरिक उड्डयन मंत्री, भारत सरकार, श्री हृदय नारायण दीक्षित, विधानसभा अध्यक्ष, उ.प्र., श्री केशव प्रसाद मौर्य, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र., डा. दिनेश शर्मा, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र., श्री सुधांशु त्रिवेदी, सांसद, राज्यसभा, श्री बृजेश पाठक, कानून व न्यायमंत्री, उ.प्र., माननीय एन्थोनी थाॅमस अकीनास कार्मोना, पूर्व राष्ट्रपति, त्रिनिदाद एवं टोबैगो, माननीय कगामा मोटलैन्थ, पूर्व राष्ट्रपति, दक्षिण अफ्रीका, माननीय श्री स्टीपन मेसिक, पूर्व राष्ट्रपति, क्रोएशिया; माननीय डा. पकालिथा बी. मोसिलिली, पूर्व प्रधानमंत्री, लेसोथो; माननीय प्रो. एरोन मिशैल ओकाये, संसद अध्यक्ष, घाना, माननीय श्री कासम उतीम, पूर्व राष्ट्रपति, माॅरीशस आदि अपनी गरिमामय उपस्थिति से सम्मेलन का गौरव बढ़ायेंगे।


            इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 66 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् आॅनलाइन प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें अफगानिस्तान, अल्जीरिया, अर्जेन्टीना, आस्ट्रेलिया, बेनिन, भूटान, बोलिविया, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्राजील, कैमरून, सेन्ट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, कम्बोडिया, कोमोरोस, कांगो, कोस्टारिका, क्रोएशिया, इक्वाडोर, इजिप्ट, इश्वातिनी, फिजी, जर्मनी, घाना, गुयाना, हैती, इजराइल, इटली, जापान, किर्गिज रिपब्लिक, लिेसोथो, लीबिया, मलावी, माल्टा, माॅरीशियाना, माॅरीशस, मैक्सिको, मंगोलिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, नेपाल, नीदरलैण्ड, पनामा, पेरू, फिलीपीन्स, पोलैण्ड, रूस, सर्बिया, सियरा लिओन, स्लोवेनिया, सोमालिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, साउथ सूडान, सूडान, सूरीनाम, स्विटजरलैण्ड, ताईवान, तंजानिया, थाईलैण्ड, टोगो, त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो, टर्की, यूनाइटेड किंगडम, युगांडा, जाम्बिया एवं भारत प्रमुख हैं।


            श्री शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न देशों की गणमान्य हस्तियों, मुख्य न्यायाधीशों व कानूनविद्ों की सारगर्भित परिचर्चा का दौर 7 नवम्बर 2020, शनिवार को प्रातः 10 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक आॅनलाइन आयोजित उद्घाटन सत्र से प्रारम्भ होगा। इसके उपरान्त 7, 8 व 9 नवम्बर को विभिन्न प्लेनरी सेशन्स के अन्तर्गत न्यायविद्ों व कानूनविदों की परिचर्चा सम्पन्न होगी। 66 देशों के समय अन्तराल को ध्यान में रखते हुए परिचर्चाओं का दौर भारतीय समय के अनुसार प्रातः 10.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक तत्पश्चात अपरान्हः 2.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक एवं रात्रि 7.00 बजे से 9.00 बजे तक चलेगा। श्री शर्मा ने विश्वास व्यक्त किया कि यह महासम्मलेन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों का भविष्य बचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा और पूरे विश्व समाज को एक नई दिशा देगा।


 


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