कृषि मंत्री ने प्रदेश में टिड्डी दलों के प्रकोप से हुए नुकसान एवं उन पर नियंत्रण हेतु किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की
कृषि मंत्री ने प्रदेश में टिड्डी दलों के प्रकोप से हुए नुकसान एवं उन पर नियंत्रण हेतु किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की
- टिड्डी दलों के प्रवास वाले जनपदों में भ्रमण कर अद्यतन स्थिति से अवगत कराने के निर्देश
- टिड्डी दलों पर नियंत्रण कार्य में सभी संबंधित विभाग यथावश्यक सहयोग प्रदान कर रहे हैं
- टिड्डी दलों पर प्रभावी नियंत्रण में अग्निशमन विभाग के सहयोग की प्रशंसा की गयी - श्री सूर्य प्रताप शाही
- टिड्डी दलों के प्रकोप से बचाव हेतु गांव स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है
- बिहार एवं नेपाल की ओर गए टिड्डी दलों की वापसी की कोई सूचना नही -डॉ0 देवेश चतुर्वेदी
लखनऊ: 14 जुलाई, 2020
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही ने आज यहां विधान भवन स्थित कक्ष संख्या 80 में प्रदेश में टिड्डी दलों के प्रकोप से हुए नुकसान एवं उन पर नियंत्रण हेतु कृषि विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे टिड्डी दलों के प्रवास वाले जनपदों में भ्रमण करें और अद्यतन स्थिति से अवगत कराएं। श्री शाही ने कहा कि टिड्डी दलों पर नियंत्रण कार्य में सभी संबंधित विभागों को सहयोग प्रदान किये जाने संबंधी औपचारिक आदेश जारी किए जाएं। कृषि मंत्री ने विभाग में उपलब्ध ट्रैक्टर्स के लिये आर0के0वी0वाई0 योजना से स्प्रेयर्स क्रय किये जाने के निर्देश दिये।
कृषि मंत्री को समीक्षा बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 57 जनपदों में टिड्डी दल का आगमन हुआ है, किन्तु टिड्डी दलों द्वारा मात्र 36 जनपदों में ही प्रवास किया गया। श्री शाही को बताया गया कि कृषि विभाग की टीमें टिड्डी दलों पर लगातार निगरानी कर रही हैं। रात्रि प्रवास की स्थिति में टिड्डी दलों को नियंत्रित करने हेतु ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स, पावर स्प्रेयर्स, नगर निगम के छिड़काव यंत्रों, अग्निशमन विभाग की गाड़ियों से रक्षा रसायनों का स्प्रे कर इन्हें समाप्त करने की कार्यवाही की जा रही है।
बैठक मेे बताया गया कि कृषि विभाग के पास वर्तमान में लगभग 5400 ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स उप्लब्ध हैं, जबकि 1777 अतिरिक्त ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स की मांग की गई है। चीनी मिलों एवं गन्ना विभाग के पास 29744 छिड़काव यंत्र एवं 840 गाड़ियां अग्निशमन विभाग के पास उपलब्ध हैं। टिड्डी दलों को समाप्त किये जाने में अग्निशमन विभाग द्वारा काफी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। कृषि मंत्री ने अग्निशमन विभाग के इस सहयोग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पेड़ों एवं ऊँचे स्थानों पर टिड्डी दलों के प्रवास के दौरान उन्हें समाप्त करने में अग्निशमन विभाग की गाड़ियों का विशेष योगदान है।
अपर मुख्य सचिव कृषि, डॉ0 देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि टिड्डी दलों के प्रकोप से बचाव हेतु गांव स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ टिड्डी दल बिहार एवं नेपाल की ओर चले गए है, जिनकी वापसी की कोई सूचना नही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से ऐसे जनपदों जहां टिड्डी दलों ने प्रवास किया है, वहां के पी0पी0ओ0 अपने- अपने जनपदों का निरन्तर निरीक्षण कर यह सुनिश्चित कर लें कि टिड्डी दलों ने प्रवास के दौरान प्रजनन नहीं किया है।
डॉ0 चतुर्वेदी ने बताया कि टिड्डी दलों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु कृषि निदेशालय के कृषि रक्षा अनुभाग में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। कंट्रोल रूम का नम्बर 0522-2205867 है, जिस पर किसान अपनी समस्या का समाधान हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में भी कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहां से टिड्डी दलों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु सभी आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं।
बैठक में कृषि राज्य मंत्री, श्री लाखन सिंह राजपूत, कृषि उत्पादन आयुक्त, श्री आलोक सिन्हा, कृषि निदेशक, श्री सोराज सिंह, श्री वी0पी0 सिंह, अपर निदेशक, श्री आनंद त्रिपाठी सहित अग्निशमन विभाग, उद्यान विभाग, गन्ना एवं चीनी तथा नगर विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
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