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इस साल भी इ्र्रद-उल-अज़हा हेल्प लाइन की शुरूआत की गयी है

इस साल भी इ्र्रद-उल-अज़हा हेल्प लाइन की शुरूआत की गयी है


लखनऊ, 24, जुलाई।
दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल के अन्र्तगत हर साल की तरह इस साल भी इ्र्रद-उल-अज़हा हेल्प लाइन की शुरूआत की गयी है। इस हेल्प लाइन से लोग फोन और वेब साइट के जरिए 23 जुलाई 2020 से 03 अगस्त 2020 तक दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक कुर्बानी हज व उमरा और अन्य समस्याओं से सम्बंधित सवालात मालूम कर सकते हैं। जिनके जवाबात इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नाजिजम दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल की अध्यक्षता में उलमाक्राम का एक पैनल देता है। लोग अपने सवालात इन नम्बरों 9335929670, 7007705774, 9415102947, 9580112032 और वेब साइट www.farangimahal.in   पर मालूम कर सकते है। आज पूछे गए सवालों में से कुछ निम्नलिखित हैंे:


सवाल: 1 कुर्बानी किस पर वाजिब है? 
जवाब: 1 कुर्बानी हर उस मुसलमान, आकिल, बालिग़ और मुकीम पर वाजिब है जो साहिब-ए-निसाब हो।
सवाल: 2 अगर बकरा मुकम्मल एक साल का है लेकिन उसके दाँत नही निकले तो क्या उसकी की कुर्बानी सही है? 
जवाब: 2 सही है। बस एक साल का होना शर्त है। दाँत निकलना जरूरी नही।
सवाल: 3 एक आदमी निसाब का मालिक नही है मगर उसने एक बकरा कुर्बानी की नियत से पाल रखा है तो क्या उसे बेच सकता है? 
जवाब: 3 इस बकरे को बेच नही सकता बल्कि उस पर कुर्बानी वाजिब है।
सवाल: 4 एक औरत के शौहर का इंन्तिकाल हो गया है वह निसाब की मालिक है तो क्या वह अपने दामाद के साथ हज करने जा सकती है? 
जवाब: 4 इद्दत गुजरने के बाद दामाद के साथ हज के सफर पर जा सकती है।
सवाल: 5 मैंने पिछले साल अपने नाम से कुर्बानी कराई थी तो क्या इस साल अपने बड़े भाई की तरफ से करवा सकते है? 
जवाब: 5 जिस पर कुर्बानी वाजिब है उसे हर साल अपनी तरफ से एक कुर्बानी करनी होगी अगर सहूलत है तो दूसरी कुर्बानी किसी और के नाम से करवा सकते हैं।


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