शेजवान का कारोबार 100 करोड़ रुपये के करीब
कैपिटल फूड्स के सीईओ (चिंग्स सीक्रेट के स्वामित्व वाली कंपनी) नवीन तिवारी ने कहा, “हमारा देश चटोरों का देश है। देश के लोगों को अपने खाने के साथ तरह-तरह के प्रयोग करना अच्छा लगता है। चाइनीज और भारतीय भोजन के बीच की सीमा लगातार धुंधली होती जा रही है। जैसे की, शेजवानी आलू टिक्की चीन का फूड आइटम है या भारत का? चिंग्स सीक्रेट में हम लगातार उपभोक्ताओं की मांग का ध्यान रख रहे हैं। ग्राहकों की मांग के अनुसार हम अपने प्रॉडक्ट में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं, ताकि उन्हें कुछ नया दिया जा सके, जो विविधता से भरपूर होने के साथ उनके बजट में भी पूरी तरह फिट बैठे। चाइनीज और भारतीय व्यंजनों को साथ लाने के लिए शेजवान चटनी उत्तम विकल्प है। हमारी शेजवान चटनी का कारोबार 100 करोड़ रुपये के आंकड़े के करीब पहुंच रहा है । अब हमारी नजर लखनऊ और कानपुर में अपने बाजार को और मजबूत करने पर है।”
चटनी को ऐतिहासिक रूप से संरक्षण की तकनीक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। अब यह ‘मारिनारा’, ‘मैक्सिकन मैंगो’ और ‘शेजवान’ चटनी जैसे नए और शानदार फ्ले’वर्स के रूप में सामने आई है। घरों में लोग रोजाना बनने वाले खाने से अलग हटकर चाइनीज फूड आइटम्स पर अपना हाथ आजमा रहे है। अब ‘देसी चाइनीज’ व्यंजन मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। देसी चाइनीज व्यंजनों की श्रेणी में मालिकाना हक रखने वाले चिंग्स सीक्रेट को भारत में अपने प्रॉडक्ट की मांग बढ़ने का पूरा भरोसा है। अब चिंग्स सीक्रेट का लक्ष्य अपने नए बहुउद्देशीय एवं अनूठी पेशकश शेजवान चटनी के साथ लखनऊ व कानपुर में अपनी मौजूदगी को मजबूत बनाना है। लखनऊ में नौ और कानपुर में चार सौ से ज्यादा रेस्टोरेंट, स्टॉल, कैफे चाइनीज फूड सर्व कर रहे हैं और लजीज चाइनीज फूड आइटम्स की मांग जोर पकड़ने लगी है। शेजवान चटनी घर-घर की मांग हो गई है।
Comments
Post a Comment