आईओसीएल जैव अपशिष्टों से एलपीजी विकसित करने की प्रक्रिया में है
कोयंबटूर। आईओसीएल 10 प्रतिशत एलपीजी का उत्पादन जैव अपशिष्टों से करना चाहता है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड जैव अपशिष्टों से द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस विकसित करने की प्रक्रिया में है। इसमें अगले दो से तीन साल में सफलता हासिल होने की उम्मीद है। कंपनी के शोध एवं विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारीने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी एस.एस.वी. रामकुमार ने कहा कि वैश्विक एलपीजी संगठन ने सब्जियों के अपशिष्टों समेत जैव अपशिष्टों से कम से कम 50 प्रतिशत एलपीजी के उत्पादन का लक्ष्य रखा हैयह शोध इसी निर्णय पर अमल करने के लिए किया जा रहा है।
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