"5 करोड़ी हरित पगयात्रा" ने 79वें दिन "ग्रीन वाल आफ इंडिया" बनवाने हेतु वृहद जनजागरण किया
11 मंजिली बावड़ी व नीमराना किले की ऐतिहासिकता, खेतानाथ की पौराणिकता, प्रतापवंश की शौर्यता, जापानी औध्योगिकता, वैश्विक स्तर की पर्यटनता, कई विश्वविद्यालय/महाविध्यालय/विध्यालयों की शैक्षणिकता व अरावली की प्रामाणिकता को संजोने वाले छोटे से राजस्थानी नगर नीमराना से शाहजहाँपुर तथा वावल होते हुये भिवाड़ी की ओर प्रस्थान करके "5 करोड़ी हरित पगयात्रा" ने 79वें दिन "ग्रीन वाल आफ इंडिया" बनवाने हेतु वृहद जनजागरण किया। अगली पीढी के अस्तित्व को बचाने के लिए अरावली पर्वतमाला का हरित कवच "ग्रीन वाल आफ इंडिया" द्वारा बनाया जाना अत्यंत आवश्यक है, जिसके लिए 11 दिसम्बर 2019 को पोरबंदर से शुरु हुई सौ दिवसीय ऐतिहासिक पदयात्रा राजस्थान से होकर हरियाणा के कुरूक्षेत्र तक 21 मार्च 2020 को पहुँचेगी। ग्लोबल ग्रीन पीस मिशन द्वारा संचालित इस लोककल्याणकारी पहल को भारी जन समर्थन हासिल हो रहा है।
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