‘उ0प्र0 जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय अधिनियम, 2001’ में संशोधन सम्बन्धी प्रस्ताव मंजूर
‘उ0प्र0 जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय अधिनियम, 2001’ में संशोधन सम्बन्धी प्रस्ताव मंजूर
मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट के कुलपति द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रस्ताव के परिप्रेक्ष्य में ‘उत्तर प्रदेश जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय अधिनियम, 2001 (उत्तर प्रदेश अधिनियम संख्या 32 सन् 2001)’ में कतिपय संशोधन सम्बन्धी प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। मंत्रिपरिषद ने इस हेतु ‘उत्तर प्रदेश जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2019’ के प्रारूप को अनुमोदित कर दिया है। यह विधेयक विधान मण्डल के आगामी सत्र में पुरःस्थापित/प्रख्यापित किया जाएगा।
संशोधन के उपरान्त विश्वविद्यालय का नाम जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय के स्थान पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट होगा। अंगे्रजी भाषा में इसका रूपान्तरण Jagadguru Rambhadracharya Divyang University, Chitrakoot होगा। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के अधिनियम में जहां भी ‘विकलांग’ शब्द का उल्लेख किया गया है, उस स्थान पर ‘विकलांग’ शब्द की जगह ‘दिव्यांग’ शब्द पढ़ा एवं माना जाएगा।
उत्तर प्रदेश जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय’ अधिनियम, 2001 के अध्याय-2 की धारा-4 (विश्वविद्यालय राज्य सरकार से, या राज्य सरकार के स्वामित्वाधीन या नियंत्रणाधीन किसी अन्य निकाय या निगम से किसी सहायता, अनुदान या अन्य कोई वित्तीय सहायता के लिए हकदार न होगा) को विलुप्त कर इसके स्थान ‘विश्वविद्यालय केन्द्र सरकार, उत्तर प्रदेश राज्य सरकार से या किसी अन्य राज्य सरकार या किसी केन्द्र शासित राज्य या राज्य सरकार के स्वामित्वाधीन या नियंत्रणाधीन किसी अन्य निकाय या निगम या किसी और सरकारी संगठन या संस्थाएं या किसी व्यक्ति से किसी सहायता, अनुदान या वित्तीय सहायता के प्राप्त करने के लिए हकदार होगा’ कर दिया जाएगा।
अधिनियम में उल्लिखित आई0टी0 एवं इलेक्ट्राॅनिक्स विभाग के प्रत्येक स्थान पर दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग किया जाएगा। अधिनियम की धारा-4 के अन्तर्गत प्राप्त वित्तीय सहायता विश्वविद्यालय की सामान्य निधि में संरक्षित की जाएगी।
ज्ञातव्य है कि शासन स्तर पर सम्यक् विचारोपरान्त मुख्यमंत्री जी से प्राप्त अनुमोदन के क्रम में कार्यालय ज्ञाप दिनांक 03 अक्टूबर, 2019 द्वारा जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट का शासन स्तर पर प्रशासनिक विभाग आई0टी0 एवं इलेक्ट्राॅनिक्स विभाग के स्थान पर दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग कर दिया गया है। वर्तमान में यह विश्वविद्यालय दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के अधीन है।
Comments
Post a Comment