हर जिले में कन्सलटेंट के माध्यम से रिसर्च होगा
लखनऊ. खादी भवन में स्थिति मुख्यालय मे प्रमुख सचिव सूक्ष्म. लघु एवं मध्यम उद्यम डा० नवनीत सहगल ने उ०प्र० में एमएसएमई पारितन्त्र के सुदृढ़ीकरण के लियें आयोजित आउटरीच कार्यक्रम में व्यक्त किये।उन्होंने कहा कि प्रदेश को वन ट्रिलियन इकानाॅमी बनाने में एमएसएमई की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। राज्य सरकार की महात्वाकांक्षी योजना ओडीओपी को बढ़ावा देने के लिए हर जिले में कन्सलटेंट के माध्यम से रिसर्च कराया जा रहा है। इनके रिपोर्ट के आधार पर एक्शन प्लान बनाया जायेगा। पारंपरिक उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए ई-कामर्स संस्थाओं के साथ समझौता किया गया है। साथ ही निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक्सपोर्ट यूनिट को अमेजन से जोड़ा गया है। प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रदेश में बीमार इकाइयों को पुर्नस्थापित करने के लिए सहायता योजना शुरू की गई है। पालिसी में भी इसके लिए अलग से प्राविधान किये जायेंगे। आयुक्त एवं निदेशक लघु उद्योग गौरव दयाल ने कहा कि प्रदेश में उद्यमियों को ऋण प्राप्त करने में दिक्कतें आ रही हैं। लगातार इस संबंध में शिकायतें भी प्राप्त हो रही हैं। बैंकर्स सरकार की मंशा के अनुरूप उद्यमियों को ऋण दिलाने में विशेष रूचि लें। साथ ही ऋण के स्वीकृति होने एवं धनराशि जारी करने में लगने वाले समय को भी कम करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर प्रबंध निदेशक बैंक आफ बड़ौदा रामजस यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 90 लाख एमएसएमई वर्तमान में संचालित हैं। इनके माध्यम राज्य में 39.25 लाख नये रोजगार का सृजन भी हुआ है। कार्यक्रम में सिडबी सहित अग्रणी बैंको के बैकर्स मौजूद रहें।
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