डा. जगदीश गांधी ने शुभकामनाओं के लिए आभार व्यक्त किया
लखनऊ। डा. जगदीश गांधी) जन्म दिवस (10 नवम्बर) के अवसर ढेर सारी हार्दिक शुभकामनायें प्राप्त हुई। इस अवसर पर डा. गाँधी ने कहा मेरी ओर से कोटि-कोटि हार्दिक धन्यवाद स्वीकार करने की कृपा करें। इस अवसर पर मैं आपके सभी टीचर्स, कार्यकर्ताओं, छात्रों तथा अभिभावकों का भी बहुत आभारी हूँ।
सिटी मोन्टेसरी स्कूल की यात्रा की शुरूआत 60 वर्ष पूर्व 'जय जगत' के ध्येय वाक्य के संकल्प के साथ 5 बच्चों के छोटे से पौधे के रूप में हुई थी। वर्तमान में आप जैसी आदरणीया बहिनों तथा भाईयों की निष्ठा तथा लगन से सिटी मोन्टेसरी स्कूल 57,000 से अधिक बच्चों वाले विशाल विश्व वृक्ष के रूप में विकसित होकर सारे विश्व को वसुधैव कुटुम्बकम् अर्थात जय जगत के सार्वभौमिक विचार के माध्यम से मार्गदर्शन देने का अथक तथा निरन्तर प्रयास कर रहा है।
हमारे विद्यालय के ध्येय वाक्य 'जय जगत' की छिपी भावना युद्ध रहित तथा आतंकवाद रहित दुनिया बनाना है। जहाँ किसी एक देश की नहीं वरन् सारे विश्व की जय होगी। इस दिशा में आप सभी समर्पित एवं कर्तव्यनिष्ठ बहिनों तथा भाईयों के योगदान तथा त्याग के लिए मानव जाति सदैव ऋणी रहेगी। यह प्रेरणादायी पंक्ति है - "जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रसधार नहीं। वह हृदय नहीं वह पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।" वैश्विक युग में स्वदेश प्रेम का विस्तार विश्व प्रेम के रूप में विकसित होना ही 'मानवता' हैमानव जाति विश्व एकता के लक्ष्य से बस एक कदम दूर है। एक कदम आगे की ओर बढ़ाने के लिए आप जैसी आदरणीया बहिनों तथा भाईयों के जज्बे तथा जुनून की और अधिक परम आवश्यकता है।
21वीं सदी की विकसित मानवता की पुकार है कि जिस प्रकार देश संविधान तथा कानून से चलता है उसी प्रकार भारत के शीर्ष नेतृत्व को सभी देशों की सहमति से विश्व संसद, विश्व का संविधान तथा प्रभावशाली विश्व न्यायालय बनाना पड़ेगा। विश्व की सभी समस्याओं का शान्तिपूर्ण समाधान वसुधैव कुटुम्बकम् पर आधारित भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 में निहित हैवर्ल्ड जुडीशियरी के माध्यम से पिछले 20 वर्षों से हम वर्ल्ड लीडर्स को इस दिशा में एक कदम आगे की ओर उठाने के लिए प्रेरित कर रहे हैंमीडिया के बन्धु जिस विश्वास से बच्चों की सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए अपना सहयोग दे रहे हैं उसके लिए मैं प्रिन्ट, इलेक्ट्रानिक तथा सोशल मीडिया का सदैव ऋणी रहूंगा।
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