Skip to main content

जनपद गोरखपुर की चयनित 5 वनटांगिया बस्तियों को राजस्व ग्राम का दर्जा


जनपद गोरखपुर की चयनित 5 वनटांगिया बस्तियों को राजस्व ग्राम का दर्जा देते हुए प्रदेश सरकार ने सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दीं: मुख्यमंत्री


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज दीपावली के अवसर पर जनपद गोरखपुर की ग्राम पंचायत तिकोनिया नम्बर-3 में वनटांगिया ग्राम के विकास हेतु लगभग एक करोड़ 32 लाख रुपये की कुल 07 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकापर्ण किया। इसमें 01 परियोजना का शिलान्यास तथा 06 परियोजाओं का लोकार्पण शामिल है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत 10 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किये। इसके साथ ही प्राइमरी स्कूल के बच्चों द्वारा हैण्डवाॅश डेमो कार्यक्रम के प्रस्तुतिकरण पर बच्चों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी ने जनपद के 05 वनटांगिया राजस्व ग्रामों, जनपद महराजगंज के 01 वनटांगिया राजस्व ग्राम के मुखिया सहित अन्य संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये।


सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद गोरखपुर की चयनित 05 वनटांगिया बस्तियों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया गया है। मुख्यमंत्री आवास योजनान्तर्गत इन सभी गावों में कुल 791 आवास निर्माण कराने का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके तहत 694 आवास का निर्माण पूर्ण हो चुका है तथा 97 निर्माणाधीन है। उन्होंने बताया कि 2 वर्ष पूर्व इन गावों में पक्का मकान, शौचालय, पेंशन, मालिकाना हक, हैण्डपम्प, सड़क, बिजली आदि की सुविधा नहीं थी। प्रदेश सरकार ने इन गावों में विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करा दी हैं। इन ग्रामों के बच्चों को शिक्षा का लाभ मिल रहा है और उन्हें निःशुल्क यूनिफार्म, बैग, स्वेटर आदि भी उपलब्ध हो रहा है।



मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अच्छी सोच के साथ यदि अच्छा काम किया जाये तो उसका परिणाम भी अच्छा होता है। अयोध्या में कल 'दीपोत्सव' का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ। हम सभी को दीपावली का पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, अन्याय से न्याय की ओर और बुराई से अच्छाई की ओर ले जाने का संदेश देता है। यह पर्व हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है। पर्व और त्योहार सामूहिकता के प्रतीक हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 38 वनटांगिया बस्तियों को राजस्व ग्राम का दर्जा देकर उन्हें शासकीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार बिना भेद-भाव सभी के विकास हेतु प्रतिबद्ध है। अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को खुशहाल बनाकर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार निरन्तर कार्य कर रही है। बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के माध्यम से बेटी-बेटा में भेदभाव समाप्त करने की दिशा में अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसी कड़ी में अभी 25 अक्टूबर को 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' की शुरुआत की गयी है। इस योजना के तहत बालिका के जन्म लेने से स्नातक/प्राविधिक शिक्षा प्राप्त करने तक, उसे 6 चरणों में कुल 15,000 रुपये की धनराशि शासन द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी। इसके अतिरिक्त, 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना' के अन्तर्गत बालिका की शादी के लिए 51,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी जाती है।


मुख्यमंत्री जी ने मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत निर्मित आवासों का फीता काटकर संबंधित का गृह प्रवेश भी कराया। उन्होनंे गांव का भ्रमण कर विकास कार्यों का निरीक्षण किया तथा ग्रामवासियों से वार्ता कर योजनाओं के सम्बन्ध में फीडबैक भी प्राप्त किया। उन्होंने इस अवसर पर शासकीय विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।


इस अवसर पर सांसद श्री जगदम्बिका पाल, विधायकगण श्री विपिन सिंह, श्री संत प्रसाद, श्री शीतल पाण्डेय, महापौर श्री सीताराम जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।


Comments

Popular posts from this blog

आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है!

-आध्यात्मिक लेख  आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते ...

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन

लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का किया ऐलान जानिए किन मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन लखनऊ 2 जनवरी 2024 लखनऊ में स्मारक समिति कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन स्मारक कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार और कर्मचारियों ने विधानसभा घेराव का भी है किया ऐलान इनकी मांगे इस प्रकार है पुनरीक्षित वेतनमान-5200 से 20200 ग्रेड पे- 1800 2- स्थायीकरण व पदोन्नति (ए.सी.पी. का लाभ), सा वेतन चिकित्सा अवकाश, मृत आश्रित परिवार को सेवा का लाभ।, सी.पी. एफ, खाता खोलना।,  दीपावली बोनस ।

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन

आईसीएआई ने किया वूमेन्स डे का आयोजन  लखनऊ। आईसीएआई ने आज गोमतीनगर स्थित आईसीएआई भवम में इन्टरनेशनल वूमेन्स डे का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मोटो साॅन्ग, राष्ट्रगान व सरस्वती वन्दना के साथ हुआ। शुभारम्भ के अवसर पर शाखा के सभापति सीए. सन्तोष मिश्रा ने सभी मेम्बर्स का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की थीम ‘‘एक्सिलेन्स / 360 डिग्री’’ का विस्तृत वर्णन किया। नृत्य, गायन, नाटक मंचन, कविता एवं शायरी का प्रस्तुतीकरण सीए. इन्स्टीट्यूट की महिला मेम्बर्स द्वारा किया गया। इस अवसर पर के.जी.एम.यू की सायकाॅयट्रिक नर्सिंग डिपार्टमेन्ट की अधिकारी  देब्लीना राॅय ने ‘‘मेन्टल हेल्थ आफ वर्किंग वूमेन’’ के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में लखनऊ शाखा के  उपसभापति एवं कोषाध्यक्ष सीए. अनुराग पाण्डेय, सचिव सीए. अन्शुल अग्रवाल, पूर्व सभापति सीए, आशीष कुमार पाठक एवं सीए. आर. एल. बाजपेई सहित शहर के लगभग 150 सीए सदस्यों ने भाग लिय।