भारत की ज्ञान की परम्परा आदान-प्रदान की रही है: मुख्यमंत्री
लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन जी ने आज यहां कालीचरण पी0जी0 काॅलेज लखनऊ के नवनिर्मित शताब्दी विस्तार भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर विद्यालय की पत्रिका 'वाणी' का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की ज्ञान की परम्परा आदान-प्रदान की रही है। अच्छे विचारों को अंगीकृत करके ही हम स्वयं को श्रेष्ठ बना सकते हैं। रचनात्मकता ही जीवन है। बीज का मूल स्वरूप में रहना प्रकृति है। उसका नष्ट हो जाना विकृति है और उसका पेड़ बनकर के फल-फूल कर लोक कल्याण के लिए समर्पित हो जाना संस्कृति है। शिक्षा सर्वांगीण विकास का कारक है। समाज और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षा की महती भूमिका है। शिक्षा को बढ़ावा देना हमारा सामाजिक दायित्व व नैतिक कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिस इमारत की नींव जितनी गहरी होती है। उसकी इमारत भी उतनी ही मजबूत होती है। 113 वर्ष पुराने इस संस्थान को एक नया जीवन दिया गया है। इस विद्यालय की स्थापना उस काल खण्ड में हुई थी, जिस समय देश आजादी के लिए संघर्ष कर रहा था। इस विद्यालय की नींव एक छोटे से विद्यालय के रूप में प्रारम्भ हुई थी और आज इस विद्यालय ने एक विराट स्वरूप ले लिया है। इसके लिए विद्यालय के पदाधिकारीगण बधाई के पात्र हैं। यह संस्थान अपने संस्थापकों की भावनाओं के अनुरूप आगे भी इसी प्रकार कार्य करता रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस विद्यालय से कई विभूतियों ने शिक्षा ग्रहण कर देश व विदेश मंे विद्यालय का नाम रौशन किया। मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन, साहित्यकार श्री अमृत लाल नागर, प्रो० बैजनाथ पुरी, डाॅ० बी०के० टण्डन, न्यायमूर्ति श्री यू०के० धवन आदि इस संस्थान के पूर्व छात्र रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सबसे अधिक युवाओं वाला देश है और उसमें भी 35 वर्ष से कम आयु वाले युवाओं में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। इन युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देकर ही हम उन्हें देश और प्रदेश के विकास में सहभागी बना सकते है। इस दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के युवाओं के कौशल विकास व स्टार्टअप योजनाओं के माध्यम से उनकी ऊर्जा के सदुपयोग के लिए प्रभावी कदम उठा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार किये हैं। विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्रों को नियमित करने का कार्य किया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों मंे नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न करायी है। प्राथमिक स्कूलों में स्कूल चलो अभियान के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी ने देश में बेहतर शिक्षा व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से रैंकिंग लक्ष्य निर्धारित किये हैं।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन जी ने कहा कि कालीचरण विद्यालय का इतिहास काफी प्राचीन है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई का संचालन का प्रमुख केन्द्र यही लखनपुर रहा है। आने वाले समय में इस संस्थान को डीम्ड विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। इस संस्थान का एक शताब्दी से अधिक पुराना इतिहास रहा है। उन्हांेने कहा कि संस्थान की पत्रिका के माध्यम से लोगों को संस्थान के विषय में रोचक जानकारी प्राप्त होगी। उन्होेंने काॅलेज में अगले वर्ष से रोजगारपरक शिक्षा प्रदान किये जाने की घोषणा की।
उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि कालीचरण काॅलेज के विस्तार में मध्य प्रदेश के राज्यपाल जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनका सानिध्य सदैव विद्यालय को प्राप्त होता रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा देकर ही देश का भविष्य बेहतर किया जा सकता है। राज्य सरकार शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए गम्भीरता से कार्य कर रही है। विगत ढाई वर्षाें से प्रदेश में नकल विहीन परीक्षाएं सम्पन्न करायी जा रही हैं।
कार्यक्रम अवसर पर उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्री मोहसिन रजा ने अपनी-अपनी विधायक निधि से विद्यालय के विकास के लिए 25 लाख रुपये दिये जाने की घोषणा की।
इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री श्री बृजेश पाठक, श्री आशुतोष टण्डन, श्री सतीश द्विवेदी, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, सांसद राज्य सभा श्री संजय सेठ, विधायक श्री सुरेश श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग श्री नवनीत सहगल, जिलाधिकारी लखनऊ श्री कौशल राज शर्मा, विद्यालय के प्रबन्धक श्री वी०के० मिश्र तथा प्रधानाचार्य डाॅ० देवेन्द्र कुमार सिंह सहित विद्यालय के शिक्षणगण व बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
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