घर में घुसे बंदरों ने किरन द्विवेदी को दौड़ा लिया जिस कारण वे दो मंजिल से नीचे गिर गई, मौत
सावी न्यूज़। गाँव से लेकर शहरों तक खूंखार बंदरों से सहमे है लोग और जिम्मेदार हैं मौन । तमाम शिकायते होती हैं पर सम्बंधित अधिकारी मौन व्रत धारण किये है है आखिर विभाग बने किस लिए हैं यह समझ से परे है शहर में बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार सुबह पाण्डेयगंज के बिरहाना इलाके में घर में घुसे बंदरों ने किरन द्विवेदी को दौड़ा लिया। जान बचाकर भागीं किरन दो मंजिला मकान के छज्जे से नीचे गिरकर लहूलुहान हो गई। घरवाले उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पाण्डेयगंज बिरहाना में रेलवे लाइन के किनारे राजीव द्विवेदी का मकान है। यहां उनकी पत्नी किरन बेटे धीरज उर्फ सूरज व अन्य सदस्यों के साथ तीन मंजिला मकान में रहती थीं। सूरज के मुताबिक, मंगलवार सुबह मां किरन दूसरी मंजिल के छज्जे पर टहलते हुए किसी से फोन पर बात कर रही थीं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सामने पेड़ पर एक बंदर बैठा था जिसे देखकर उन्होंने भगाने की कोशिश की। इसी बीच पीछे बनी सीढ़ियों से दो-तीन बंदर उनकी तरफ दौड़ पड़े। इस पर वह छज्जे की तरफ भागीं। वह पीछे की तरफ गली में गिर गई। उनकी चीख सुनकर परिवार वाले दौड़ पड़े। उन्हें अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश हैं। लोगों का कहना है कि कई लोग कटखने बंदरों का शिकार हो चुके हैं। इसकी शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बंदरों का खौफ काम नहीं हो रहा है इसी तरह लखनऊ के डालीगंज एरिया में भी बन्दर जनमानस को आतंकित किये हैं लोग क्या करें किसी को समझ नहीं आता आए दिन अनेक घटनाएं होती रहती हैं पर अधिकारी मौन रहते हैं ।
Comments
Post a Comment