सावी न्यूज़ लखनऊ। सरकार की एक बेहतर पहल लांच किया गया मोबाइल ऐप अब सड़कों के गड्डे पाटने के लिए 'निगरानी मोबाइल एप की मदद ली जायगी कमिश्नर ने पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि ऐप का प्रचार करें और इसपर आई शिकायतों का तुरंत समाधान करें। ऐप को स्मार्टफोन पर डाउनलोड करके, सड़क के गड्डों की फोटो खींचकर इसपर भेजा जा सकता है।ऐप सीधे आला अफसरों व इंजीनियरों की निगरानी में रहेगा और 48 घंटे के अंदर उसको समाधान भी होगा। यह जानकारी मंगलवार को कमिश्नर ने मंडलीय समीक्षा बैठक में दी। सूचना सही होने पर उस सड़क की मरम्मत की जाएगी। जिले के प्रमुख मार्गों को 24 से 48 घंटों में दुरुस्त करना अनिवार्य होगा। ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के लिए 48 से 96 घंटों की अवधि तय हुई है। अब आप भी हो जाइये जागरूक ऐप डाउनलोड करें और सडकों के गड्ढों को ठीक करने में सहयोग करें ।
-आध्यात्मिक लेख आत्मा अजर अमर है! मृत्यु के बाद का जीवन आनन्द एवं हर्षदायी होता है! (1) मृत्यु के बाद शरीर मिट्टी में तथा आत्मा ईश्वरीय लोक में चली जाती है :विश्व के सभी महान धर्म हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम, जैन, पारसी, सिख, बहाई हमें बताते हैं कि आत्मा और शरीर में एक अत्यन्त विशेष सम्बन्ध होता है इन दोनों के मिलने से ही मानव की संरचना होती है। आत्मा और शरीर का यह सम्बन्ध केवल एक नाशवान जीवन की अवधि तक ही सीमित रहता है। जब यह समाप्त हो जाता है तो दोनों अपने-अपने उद्गम स्थान को वापस चले जाते हैं, शरीर मिट्टी में मिल जाता है और आत्मा ईश्वर के आध्यात्मिक लोक में। आत्मा आध्यात्मिक लोक से निकली हुई, ईश्वर की छवि से सृजित होकर दिव्य गुणों और स्वर्गिक विशेषताओं को धारण करने की क्षमता लिए हुए शरीर से अलग होने के बाद शाश्वत रूप से प्रगति की ओर बढ़ती रहती है। (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है : (2) सृजनहार से पुनर्मिलन दुःख या डर का नहीं वरन् आनन्द के क्षण है :हम आत्मा को एक पक्षी के रूप में तथा मानव शरीर को एक पिजड़े के समान मान सकते है। इस संसार में रहते ...
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