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बीजेपी और उनके पूंजीपति मित्रों के ही अच्छे दिन आये हैं --अखिलेश यादव


समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने वाराणसी में महागठबंधन के प्रत्याशी बनारस से शालिनी यादव, चंदौली से डॉ0 संजय चौहान और मिर्जापुर से रामचरित्र निषाद के समर्थन में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जनता का उत्साह देखकर लग रहा है कि नमो-नमो की छुट्टी होने जा रही है। आजादी के बाद केन्द्र और राज्यों में कांग्रेस लंबे समय तक सत्ता में रही। लेकिन अपनी गलत नीतियों और कार्यप्रणाली के कारण कांग्रेस को सत्ता से बाहर जाना पड़ा। इसी प्रकार बीजेपी अपनी पूंजीवादी, जातिवादी, संकीर्ण, सांप्रदायिक नीतियों के चलते सत्ता से बाहर जाने वाली है। बीजेपी ने अपने चुनावी वादों का एक हिस्सा भी पूरा नहीं कियाइनका ज्यादातर समय बड़े पूजीपतियों को और भी ज्यादा मालामाल बनाने में लग रहा है। बीजेपी ने कमजोर तबके को अच्छा दिन दिखाने का वादा पूरा नहीं कियासिर्फ बीजेपी और उनके पूंजीपति मित्रों के ही अच्छे दिन आये हैं। मायावती ने कहा कि बीजेपी के राज में गरीब, मुसलमान, किसान, दलित का विकास नहीं हुआ है। अभी भी दलित और अन्य पिछड़े वर्ग का सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रभावहीन बना हुआ है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में गरीबों की हालत खराब है। बीजेपी और आरएसएस के चलते अल्पसंख्यकों पर हो रही जुल्म चरम सीमा तक पहुंच गयी है। अपरकास्ट गरीबों की हालत भी खराब है। नोटबंदी और जीएसटी को बिना प्लान के लागू किया गया, जिससे बेरोजगारी बढ़ी हैनोटबंदी से भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ बल्कि रक्षा सौदे भी भ्रष्टाचार से अछूते नहीं है।


मायावती ने कहा कि बीजेपी ने पिछले चुनाव में किये घोषणापत्र के वादे कांग्रेस के वादों की तरह अधूरे हैं। बीजेपी और कांग्रेस को केन्द्र की सत्ता में आने से रोकना है। छह चरणों के चुनाव में गठबंधन के पक्ष में एक तरफा वोट पड़ा है और 7वें चरण में भी महागठबंधन को ही वोट पड़ेगें और कहा कि बीजेपी की नींद उड़ गयी है। इनके लटके चेहरे बता रहे हैं कि इनकी सरकार जाने वाली है। प्रधानमंत्री जी चुनावी जनसभाओं में रोना रो रहे है कि विपक्षी दल उन पर व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं। जबकि प्रधानमंत्री जी और भाजपा के लोगों ने महागठबंधन के लिये अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। यह महापरिवर्तन लाने का महागठबंधन है। यह गठबंधन तब तक चुप नहीं बैठेगा जब तक केन्द्र और प्रदेश से बीजेपी को बाहर ना कर दें।



पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री समाज को बांटने वाले है। उनका काम नफरत फैलाना है। गुजरात माडल जैसा कोई माडल नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने आजादी के बाद देश को गलत दिशा में ले जाने का काम किया है। प्रधानमंत्री गरीबों के प्रधानमंत्री नहीं, ये देश के एक प्रतिशत संपन्न लोगों के प्रधानमंत्री है। श्री मोदी दुनिया के हर कोने में घूम आएहैं। उन्होंने डिजीटल इंडिया, मेकइन इंडिया, स्किल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया की बातें की पर इनका कोई जमीनी असर नहीं दिखाई पड़ानोटबंदी और जीएसटी ने देश की अर्थव्यवस्था चौपट की। बैंको में जमा हमारा पैसा लेकर विदेश भाग गए और कहा कि भाजपा के लोग भी जान गए हैं कि अब केन्द्र की सत्ता में महागठबंधन आ रहा है। इससे वे सो नहीं पा रहे है। घबड़ाए हुए है। चुनाव में हार चेहरे पर दिखने लगी हैबंगाल की घटनाओं से भी ये घबड़ा गएहै। चुनाव के पहले चरण से ही गठबंधन सब जगह जीत रहा है। यह गठबंधन जातियों का नहीं, गरीबों का, दिलों से बना है। यह टूटने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने का दम भरने वाले एक जवान से मुकाबला नहीं कर पाए।


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