खास बातें
- दो मिनट 40 सेकेंड की वीडियो में बोला आरोपी, मैंने की हत्या, मेरा आखिरी वीडियो, जा रहा हूं आत्महत्या करने
- परिवार के ग्रुप पर डाली वीडियो, आरोपी की बड़ी बहन ने रिश्तेदार को मौके पर देखने को भेजा
- आरोपी ने नशीली गोलियों को कोल्डड्रिंक में पिलाकर बेहोश करने के बाद रेता गला
- एक दुकानदार का भी वीडियो में किया जिक्र, बोला-मुझे दुकानदार ने लूटा
गाजियाबाद के इंदिरापुरम के ज्ञानखंड में रविवार को एक ऐसी घटना सामने आई जिसे सुनकर हर कोई हैरान होने के साथ ही दहल भी गया है। लोग ये सोचने को मजबूर हो गए हैं कि आखिर एक पढ़े-लिखे पेशे से इंजीनियर शख्स ने कैसे अपने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया वो भी इतनी बेरहमी से। हमारी इस स्टोरी में पढ़ें वही वजह और कैसे दिया गया पूरे वारदात को अंजाम.
इंदिरापुरम के ज्ञानखंड चार के फ्लैट संख्या एसएफ 175बी में रहने वाले सुमित ने पत्नी और तीनों बच्चों को पहले नशीली गोलियां कोल्डड्रिंक में मिलाकर पिलाईं। इसके बाद देर रात उनकी धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर तड़के तीन बजे घर से भाग गया। इसके बाद एक दो मिनट 40 सेकेंड की एक वीडियो बनाते हुए कहा कि मैं परिवार पालने के योग्य नहीं, इसलिए सभी की हत्या कर दी है। यह मेरा आखिरी वीडियो है। आत्महत्या करने जा रहा है। शव जाकर उठा लो। मूलरूप से छपरा निवासी मृतका अंशूबाला (32) के भाई पंकज ने बताया कि उनकी बहन की शादी 2011 में जमशेदपुर निवासी सुमित कुमार से हुई थी। सुमित ने उड़ीसा के रायगढ़ के एमआईईटी कॉलेज से बीटेक किया था। वह नोएडा, गुड़गांव और इसके बाद बंगलूरू की एक कंपनी में टेक्निकल डिपार्टमेंट में काम करता था। दिसंबर 2018 में जहां से रिजाइन कर दिया था।
मार्च में परिजनों को इसकी जानकारी हुई थी। सुमित ने करीब ढाई साल से उनका परिवार ज्ञानखंड चार में किराए पर रह रहा था। उन्होंने बताया कि वीडियो में सुमित ने कहा कि वह परिवार पालने के लायक नहीं है। इसके लिए उसने कोल्डड्रिंक में नशीली गोलियां मिलाकर सभी को पिला दिया। इसके बाद बड़े चाकू से पत्नी अंशूबाला, प्रथिमेष, आकृति और आरव की गला रेतकर हत्या कर दी। एक दुकानदार है, जिसने उसे ठग लिया। उसका एक लाख रुपये कर्ज हो गया है। वह इसका आखिरी वीडियो है। वह दुकान से पोटेशियम सल्फाइड खरीदकर लाया है। वह भी आत्महत्या करने जा रहा है। जाओ जाकर शव बरामद कर लो। पूरा वीडियो क्लोजअप से बनाया गया था। जिससे पीछे का बैकग्राउंड नहीं दिख सका, जिससे जगह का पता चले। इसके बाद पुलिस ने वीडियो को कब्जे में लेकर उनके मोबाइल से डीलिट करा दिया।
Comments
Post a Comment